कोसी में जगी एक और पुल की संभावना
सहरसा। पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर बसे लोग को पिछड़ेपन से मुक्ति के दिन आने लगे हैं। कोसी न
सहरसा। पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर बसे लोग को पिछड़ेपन से मुक्ति के दिन आने लगे हैं। कोसी नदी पर बलुआहा पुल निर्माण के बाद तटबंध के अन्दर के लोगों को भी विकास की रोशनी दिखने लगी ना केवल यातायात सरल हुआ बल्कि हर गांव तक पक्की सड़क भी नसीब हो गई है। एक बार फिर राज्य सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री डॉक्टर अब्दुल गफुर ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर असई घाट पर पुल निर्माण की मांग रखी। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने अभियंता प्रमुख ब्रिज को इस दिशा में ठोस कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया। इस पत्र से लोगों की संभावनाएं जगी है। सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने घाट पर पुल निर्माण की जमकर वकालत की थी। इसके लिए केंद्रीय मंत्री से मिलकर पत्र सौंपा था। जनता दल यू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद शरद यादव ने भी कोसी नदी पर एक और पुल निर्माण की मांग की थी। जदयू के जिलाध्यक्ष धनिकलाल मुखिया ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र सौंपकर कोसी नदी पर नवहट्टा इलाके में एक पुल निर्माण कर विकास से कटे लोगों को इसमें भागीदार बनाने की मांग की थी। कई नेताओं द्वारा उठाए गए मांग पर केंद्र सरकार के विचार करने की मंशा से लोगों का भरोसा जगा है।
लोगों में है खुशी
केदली के अनिरूद्ध मुखिया, असई के लक्ष्मण निषाद, बबलू मेहता, गुंजेश्वर यादव आदि ने संभावना को लेकर प्रसन्नता जताई है। प्रमुख समीम अख्तर उर्फ पप्पू, जिला पार्षद रोजी खान, राजद नेता मकसूद आलम, फरहान मंटू, युवा अध्यक्ष दीवाना ¨सह, आदि ने भी सरकार की इस पहल का स्वागत किया है।
इन गांवों को होगा लाभ
असई घाट में कोसी नदी के पुल से असई, रामपुर, छतवन, केदली, पहाड़पुर, बरहरा, पड़ताहा, बकुनियां, डरहार, गो¨वदपुर, शीतली, रामनगर, दरभंगा जिले के किरतपुर प्रखंड के कई गांव के लोग सीधे-सीधे लाभान्वित होंगे। इसके अलावे सहरसा-सुपौल दरभंगा-मधुबनी के कई गांव कर आपस में जुड़ सकेंगे।