वैज्ञानिक तकनीक से अनुसंधान की दी जानकारी
सहरसा। जिले के पुलिस पदाधिकारियों को विकास भवन के सभागार में वैज्ञानिक तकनीक से अनुसंधान करने की जान
सहरसा। जिले के पुलिस पदाधिकारियों को विकास भवन के सभागार में वैज्ञानिक तकनीक से अनुसंधान करने की जानकारी पटना से आयी फोरेंसिक टीम द्वारा दी गयी।
पटना से आयी टीम में शामिल लोगों ने बताया कि घटना के बाद स्थल पर क्या करना चाहिए, किस तरह से साक्ष्य इकट्ठा करना चाहिए ताकि घटना कारित करने में शामिल लोग बच नहीं सके। टीम के सदस्यों ने कहा कि वैज्ञानिक तकनीक से किये गये अनुसंधान से आरोपी को न्यायालय से पर्याप्त सजा मिलेगी और आरोपी बच नहीं पाएंगे। यही नहीं मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट, बिसरा आदि के संबंध में भी विस्तार से बताया गया। मृत्यु के बाद शव को देखने व शव की स्थिति से भी कई बिन्दु सामने आने की बात कही गयी। टीम के सदस्यों ने बताया कि अनुसंधान बारीकी से करने के लिए नवीन तकनीक का इस्तेमाल आवश्यक है। इस दौरान जिले के सभी थानाध्यक्ष, अवर निरीक्षक सहित अन्य मौजूद थे।
सरस्वती पूजा को लेकर सजग रहे अधिकारी
प्रशिक्षण उपरांत पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने जिले के सभी थानाध्यक्षों के साथ बैठक कर कई निर्देश दिए। उन्होंने लंबित कांडों के निष्पादन पर जोर देते हुए कहा कि छोटी-छोटी घटनाओं पर भी त्वरित कार्रवाई करें ताकि विधि व्यवस्था कायम रहे। उन्होंने कहा कि सरस्वती पूजा को लेकर विशेष चौकस रहने की जरूरत है। कई स्थानों पर सरस्वती पूजा का आयोजन किया जाता है जिस कारण उस दिन विशेष गश्ती व संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस जवानों की तैनाती की जाय। जरूरत पड़ने पर सादे वर्दी में भी जवानों की तैनाती की जाय। एसपी ने लंबित वारंट, कुर्की का निष्पादन करने, वारंटियों की गिरफ्तारी करने, थाना क्षेत्र में गश्ती नियमित रूप से कराने का निर्देश देते हुए कहा कि अपराध और अपराधियों पर लगाम कसने के लिए सभी तत्पर रहे। बैठक में वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ थानाध्यक्ष मौजूद थे।