कोसी के कटाव से पलायन करने लगे हैं लोग
सहरसा। प्रखंड के पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर बसे साम्हरखुर्द पंचायत के कचौत दरगा गांव पर कोसी नदी का क
सहरसा। प्रखंड के पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर बसे साम्हरखुर्द पंचायत के कचौत दरगा गांव पर कोसी नदी का कहर जारी है। जारी कटाव के कारण एक दर्जन अधिक घर ध्वस्त हो गया है। वहीं कटाव का भयावह रूख भयावह देखकर गांव के लोग पलायन करने लगे हैं। लोग अपने घरों को उजाड़कर सुरक्षित व उंचे स्थान की ओर जा रहे हैं। साम्हरखुर्द पंचायत के कचौत दरगा गांव में कोसी नदी के घटते-बढ़ते जल स्तर के कारण कटाव जहां जारी है। वहीं पूर्व में भी यहां कटाव के कारण लगभग दर्जनों परिवार बेघर हो चुके हैं। कई कटाव पीड़ितों ने बताया कि कोसी नदी के कहर से हमलोगों का घर कटाव की भेट चढ़ गया है। जिस कारण हम सभी कटाव पीड़ित परिवार बेघर होकर पूरे परिवार कोपरिया-फनगो हॉल्ट रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक के बगल में झुग्गी-झोपड़ी बनाकर गुजर बसर करने को विवश है।
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20 साल पहले मिट गया था गांव का अस्तित्व
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कचौत निवासी मनोज ¨सह, सनोज ¨सह, प्रमोद ¨सह, कमलेश्वरी चौधरी, बड़ेलाल ¨सह, उपेन्द्र ¨सह आदि ने बताया कि लगभग बीस वर्ष पूर्व कचौत दरगा गांव के लगभग एक सौ घर कोसी के तेज कटाव में विलीन हो गया था। पूर्व में जहां कचौत-दरगा गांव बसा था आज वहां कोसी नदी की मुख्य धारा बहती है । कटाव ने कचौत-दरगा गांव का अस्तित्व ही मिटा दिया। तब विस्थापित परिवार ने कटाव स्थल से करीब एक किलोमीटर दक्षिण की दिशा में 50-60 परिवार झुग्गी-झोपड़ी बना बस गये थे।
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कहां-कहां बसे हैं कटाव पीड़ित परिवार
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बीस वर्ष पूर्व कचौत-दरगा के कटाव से विस्थापित परिवार फनगो हॉल्ट के समीप कुछ तो निजी जमीन खरीद कर तो कुछ रेलवे के जमीन पर एवं कुछ कोपरिया पूर्वी कोसी तटबंध के विभिन्न स्पर पर झुग्गी-झोपड़ी बना गुजर बसर करने को विवश है। जबिक वर्ष 2015 में कचौत-दरगा के कटाव पीड़ित परिवार फनगों हॉल्ट के समीप रेलवे के जमीण पर शरण ले रखे है।
कचौत-दरगा गांव में हो रहे कटाव की सूचना मिली है। कटाव के मद्देनजर संबंधित राजस्व कर्मचारी को स्थल जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। जांचोपरांत कटाव पीड़ित परिवारों के बीच सरकारी राहत सामग्री का वितरण किया जाएगा।
संजय कुमार महतो
अंचलाधिकारी, सलखुआ।