बालगृह के संचालक को मिली चेतावनी
- खिड़की तोड़ भाग गये थे बच्चे - बाल कल्याण समिति ने जताया असंतोष - सहायक निदेशक ने दिया सुरक्ष
- खिड़की तोड़ भाग गये थे बच्चे
- बाल कल्याण समिति ने जताया असंतोष
- सहायक निदेशक ने दिया सुरक्षा मजबूत करने का निर्देश
सहरसा, जासं: बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश होने से पूर्व ही बाल गृह से बच्चों के भागने के मामले को समिति और बाल संरक्षण इकाई ने गंभीरता से लिया है। समिति के चेयरपर्सन ने जहां सुरक्षा व्यवस्था पर असंतोष जाहिर किया है। वहीं सहायक निदेशक ने इस तरह की शिकायत दोबारा होने पर कठोर कार्रवाई की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि रविवार को रेलवे स्टेशन से बरामद बाल मजदूरों को बालगृह में रखा गया था। जहां से बच्चे सोमवार की रात खिड़की तोड़कर फरार हो गये। दस बच्चों को संस्था और पुलिस ने तत्काल स्टेशन से ढ़ूढ निकाला, जबकि दो बच्चे भटकते हुए अपने बलुआ बाजार स्थित घर पर पहुंच गये हैं। इस घटना के बाद निरीक्षण उपरांत बाल कल्याण समिति के चेयरपर्सन किशोर कुमार ने रात्रि प्रहरी का नहीं होने और देखरेख व संरक्षण की उचित व्यवस्था नहीं रहने की बात को रेखांकित करते हुए संचालक को पत्र भेजा है। दूसरी ओर सहायक निदेशक बाल संरक्षण ईकाई अनिल कुमार पटेल ने कहा है कि बाल गृह की अधीक्षिका को इस बात पर ध्यान देना था कि बच्चों ने जिस लकड़ी का प्रयोग खिड़की तोड़ने के लिए किया वह बच्चों के कक्ष में कैसे पड़ा रह गया। ऐसे में इसका उपयोग बच्चे मारपीट में भी कर सकते थे। उन्होंने कहा कि बालगृह में पिछले कुछ दिनों से रात्रि प्रहरी नहीं है, परंतु इसकी वैकल्पिक व्यवस्था करना भी संचालक की जिम्मेवारी थी। श्री पटेल ने कहा कि कुछ बिन्दुओं पर संचालक संस्था की लापरवाही उजागर हुई है। इस संबंध में विभाग को भी लिखा गया और संस्था को भी कड़ी चेतावनी दी गई है।