खाता खोलने के प्रति उदासीन हैं जिले के बैंक
- ढाई लाख के बदले अबतक खुला एक लाख 66 हजार खाता - कच्छप गति से चल रहा जनधन योजना का कार्य सहरसा,
- ढाई लाख के बदले अबतक खुला एक लाख 66 हजार खाता
- कच्छप गति से चल रहा जनधन योजना का कार्य
सहरसा, जासं: सरकार ने जहां एक ओर मनरेगा से लेकर गैस की सबसिडी तक के लिए खाते से भुगतान का प्रावधान कर दिया है। वहीं जिले के बैंकों की लापरवाही के कारण प्रधानमंत्री जन-धन योजना का कार्य मंथर गति से चल रहा है। अभी भी बड़ी संख्या में लोग खाता से वंचित रह गये हैं। जिससे ऐसे लोगों को सरकारी सुविधा से महरुम होना पड़ सकता है। अगस्त 2014 में ही जिला साख समिति ने जिले के सभी बैंकों को अपने पोषक क्षेत्र का सर्वेक्षण कर सभी वंचित लोगों का खाता खोलने का निर्देश दिया था। परंतु, इस कार्य में कई बैंक पूरी तरह सुस्त रहे, जिससे तकरीबन तीन लाख के लक्ष्य के विरुद्ध अबतक मात्र एक लाख 66530 खाता ही खोला जा सका है।
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बैंकवार खोले गये खाता की स्थिति
एसबीआई- 39000
बैंक आफ इंडिया- 15000
पंजाब नेशनल बैंक- 17859
इलाहाबाद बैंक - 1200
यूबीआई- 14000
यूनियन बैंक- 1400
बैंक आफ बड़ौदा- 3600
कैनरा बैंक- 3000
सेन्ट्रल बैंक- 9600
यूकों बैंक- 881
एक्सिस बैंक- 300
आईसीआईसीआई बैंक- 140
आईडीबीआई बैंक- 1100
कारपोरेशन बैंक- 875
यूबीजीबी- 58575
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'बैंकों की उपलब्धि ब्रांच की संख्या पर आधारित है। यूबीजीबी और स्टेट बैंक का ब्रांच अन्य बैंकों की अपेक्षा अधिक है। शेष जिन बैंकों ने अपना कार्य पूरा नहीं किया है। उन्हें शीघ्र खाता खोलने का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है।'
गोपाल प्रसाद सिन्हा
प्रबंधक, अग्रणी बैंक सहरसा।