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पारा और लुढ़का, कनकनी बढ़ी

सहरसा, जागरण संवाददाता: दिसंबर की सर्दी चरम पर पहुंच गया है। तापमान लगातार गिरने से हवा भी ठंडी हो र

By Edited By: Published: Mon, 22 Dec 2014 06:45 PM (IST)Updated: Mon, 22 Dec 2014 06:45 PM (IST)
पारा और लुढ़का, कनकनी बढ़ी

सहरसा, जागरण संवाददाता: दिसंबर की सर्दी चरम पर पहुंच गया है। तापमान लगातार गिरने से हवा भी ठंडी हो रही है। शीतलहर से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कामकाजी लोगों के साथ-साथ स्कूली बच्चों का हाल खराब हो रहा है। रिक्शाचालकों व दैनिक मजदूरी करनेवाले लोगों की रोजी प्रभावित होने लगी है। रेलवे स्टेशन, बस पड़ाव समेत अन्य जगहों पर बसेरा लिए गरीबों व भिक्षुकों के जीवन पर ठंड के कारण संकट मंडराने लगा है।

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तापमान गिरकर नौ डिग्री पर पहुंचा

सोमवार को दिनभर सूर्य का लोगों को दर्शन नहीं हो सका है।पारा गिरकर नौ डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। अगवानपुर कृषि केन्द्र के मौसम वैज्ञानिक डा. देवन चौधरी ने बताया कि सोमवार को न्यूनतम तापमान नौ डिग्री व अधिकतम 14 डिग्री सेल्सियस आंका गया। जबकि अधिकतम आद्रता 85 और न्यूनतम 63 प्रतिशत रिकार्ड किया गया। उन्होंने बताया कि दस से 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल रही है। पछवा हवा चलने के कारण अगले तीन दिनों तक शीतलहर चलने की संभावना है।

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तेज हुई गर्म कपड़े की बिक्री

शीतलहर शुरु होने के कारण गर्म कपड़ों की जरूरत बढ़ गई है। अबतक ठंडा पड़ा गरम कपड़ों का बाजार बदलते मौसम के साथ गरम हो गया है। इनर, मफलर, दस्ताने, स्वेटर, जैकेट, मौजे की मांग बढ़ने के साथ काउंटरों पर भीड़ बढ़ने लगी है। रुम हीटर, ब्लोअर आदि की बिक्री बढ़ी है। परंतु गरम कपड़े के अभाव में गरीबों का बुरा हाल है। जिले में अबतक न तो अलाव का प्रबंध किया गया और न ही गरीबों के बीच कंबल ही वितरण किया गया। जिसके कारण लोग किसी तरह अलाव जलाकर ठंड से जूझ रहे हैं।

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नप उपसभापति ने की अलाव व्यवस्था की मांग

नगर परिषद की उपसभापति रंजना सिंह ने ठंड से रिक्शा चालकों, गरीब मजदूरों व भिक्षुकों की प्राण रक्षा के लिए जिलाधिकारी से शहर के चौक- चौराहों पर अलाव का प्रबंध करने तथा गरीबों के बीच शीघ्र कंबल वितरण कराने की मांग की है। उन्होंने शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए सरकारी व निजी स्कूलों में भी अवकाश घोषित करने का भी आग्रह किया है।


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