झूलती विद्युत तार बन चुकी है जानलेवा, ग्रामीणों में आक्रोश
बायसी (पूर्णिया), संस: बिजली विभाग की मनमानी से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। ग्यारह हजार वाट का तार
बायसी (पूर्णिया), संस: बिजली विभाग की मनमानी से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। ग्यारह हजार वाट का तार कटकर जमीन पर गिर जाने के कारण गत 15 दिनों से बिजली बाधित है। आक्रोशित लोगों ने दालकोला स्थित बिहार पावर सबस्टेशन पहुंच कर आक्रोश का प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोगों ने सबस्टेशन पर कार्यरत कर्मी को एक आवेदन देकर जल्द बिजली चालू करने को कहा। बताते चलें कि थाना क्षेत्र के श्रीपुर मल्लाह टोली पंचायत के चोचा शेरशाहवादी टोला, शर्मा टोली एवं अन्य बस्ती में करीब पन्द्रह दिन से बिजली बाधित है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में ग्यारह हजार पावर वाला तार कटकर जमीन पर गिर गया है। कई बार यहां आकर कहा गया। जेई को जब भी फोन किया जाता है तो फोन रिसिव ही नहीं करते हैं। यहां के कर्मी का कहना है कि किशनगंज में अधिकारी बैठते हैं वही जाकर अपनी बात कहिए। यहां रह रहे अन्य कर्मी बिजली की समस्या के समाधान के लिए राशि की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की यह समस्या बराबर की है। काफी दूर पर पोल रहने के कारण खेतों में तार झूलते रहते हैं। चिड़िया बैठने के बाद दो तार के टकराने के कारण बराबर तार टूटकर जमीन पर गिर जाता है। इधर कुछ दिन पूर्व चोचा में ग्यारह हजार वाट का तार गिर गया था जिसकी चपेट में छह महिला आते-आते बची थी। चांदपुर भसिया में भी एक व्यक्ति दिन के समय अपने खेत में पानी पटाने गया था जहां पहले से तार गिरा हुआ था जिसकी चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। झूलते तार की चपेट में आकर घोष टोला में एक भैंस मर गयी। चोचा में दो माह पूर्व दो गया मर गयी थी। ग्रामीणों ने बताया कि तार की चपेट में मवेशी के मरने की घटना बराबर होते रहती है। ग्रामीणों ने कहा कि यहां का तार अब तक नही बदला गया है। साथ ही दो पोल के बीच काफी गैप है जिसके कारण झूलते तार से घटना की आशंका हमेशा रहा करती है। कभी भी ग्यारह हजार पावर का तार टूटकर गिर जाता है। उन्होंने कहा कि यहां अरसे से लाईन मेन नहीं है। जिसके कारण बिजली की समस्या बराबर रहा करती है। लोगों ने बताया कि यदि बिजली की व्यवस्था में सुधार ने हुआ तो वे लोग आन्दोलन पर उतर आएंगे। इस मौके पर राम निवास चौधरी, रिजवान आलम, शमसुज्जोहा, मुजीबुर्रहमान, मो.हब्बु, जहरूल बारी, मीर इसलाम, सुकरू शर्मा, साह आलम, मो.इसमाईल, मो.सिताब, हसबुल, तौहीद, नजीर, मो.रकीव, सुरेश शर्मा, उमर अली, जुल्फकार, लोगेन शर्मा, सीताराम, संतलाल, तौहीद आदि ग्रामीण मौजूद थे।