अब नहीं बच पाएंगे मुन्ना भाई एमबीबीएस
अमरेन्द्र, सहरसा: मुन्ना भाई की तरह एमबीबीएस बनकर क्लीनिक चलाने वाले फर्जी चिकित्सकों की अब खैर नहीं
अमरेन्द्र, सहरसा: मुन्ना भाई की तरह एमबीबीएस बनकर क्लीनिक चलाने वाले फर्जी चिकित्सकों की अब खैर नहीं है। ऐसे चिकित्सकों के डिग्री की जांच की जाएगी। अगर डिग्री गलत पाया जाएगा तो प्राथमिकी के साथ-साथ अन्य कार्रवाई भी होगी।
फर्जी चिकित्सकों के खिलाफ सांसद पप्पू यादव द्वारा शुरु किया गया मुहिम अब जोर पकड़ने लगा है। जिला पदाधिकारी ने इस मामले में सीएस के साथ एक कमेटी बनाकर कार्रवाई शुरु करने को कहा है।
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तीन दर्ज से अधिक हैं फर्जी क्लीनिक
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जिले के शहरी क्षेत्र में ही ऐसे तीन दर्जन से अधिक क्लीनिक संचालित हैं जिसके पास वैद्य डिग्री या सरकार से पंजीयन नहीं है। शहर में कई होमियौपैथ एवं युनानी डिग्रीधारी या अन्य प्रमाण पत्र के आधार पर बोर्ड लगाकर क्लीनिक चला रहे हैं। प्रावधान के अनुसार क्लीनिक चलाने के लिए पंजीयन कराना आवश्यक है। लेकिन ऐसे चिकित्सक बिना डिग्री व पंजीयन के होमियोपैथ ही नहीं कई जटिल ऑपरेशन भी कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार शहर के अलावा पंचगछिया, सौरबाजार, महिषी, सिमरीबख्तियारपुर, सोनवर्षा, पतरघट, नवहट्टा आदि जगहों पर ऐसे क्लीनिक चल रहे हैं।
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प्रमाण पत्रों की होगी जांच
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फर्जी चिकित्सकों के प्रमाण पत्र की जांच की जाएगी। इस हेतु कमेटी का गठन जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। गठित कमेटी में इसबार चिकित्सा क्षेत्र से ही नहीं बल्कि प्रशासनिक अधिकारी को भी शामिल किया जाएगा। जिनका प्रमाण पत्र फर्जी पाया जाएगा वैसे लोगों के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के अलावा अन्य कार्रवाई भी की जाएगी।
'फर्जी चिकित्सकों के प्रमाण पत्र की जांच को लेकर कमेटी का गठन किया जा रहा है। जिसमें एक प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हैं। जल्द ही टीम द्वारा ठोस कार्रवाई शुरु की जाएगी।'
शशिभूषण कुमार
डीएम, सहरसा