नदियों के बदले तालाब में विसर्जित होगी मूर्तियां
सहरसा, जासं: गंगा समेत अन्य नदियों में बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने तथा पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान में र
सहरसा, जासं: गंगा समेत अन्य नदियों में बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने तथा पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान में रखकर पूजा समितियों ने मूर्ति विसर्जन का तरकीब बदलने का निर्णय लिया है। जिन स्थलों पर प्रतिमा बनाई गई है। उसके अध्यक्षों ने जागरण से अभियान से प्रभावित होकर नदियों के बदले तालाब में मूर्ति विसर्जन का निर्णय लिया है।
नया बाजार काली पूजा समिति के अध्यक्ष हनी चौधरी ने बताया कि इस बार नदी के बजाय तालाब में मूर्ति विसर्जित की जायेगी। इस निर्णय समिति ने पर्यावरण सुरक्षा के मद्देनजर लिया है। बटराहा पूजा समिति के रमेश यादव, रिफ्यूजी कालोनी पूजा समिति के नरेश कुमार, सुमन कुमार आदि ने बताया कि हालांकि यहां नजदीक में भी नदी उपलब्ध है। परंतु मूर्ति विसर्जन से नदियों में फैल रहे जहर को रोकने के लिए तालाब में ही मूर्ति विसर्जित करने का निर्णय लिया गया। रक्त काली मंदिर के व्यवस्थापक राजेश्वर यादव व कुमार हीरा प्रभाकर ने जिले के सभी पूजा समितियों से प्रदूषण के बढ़ रहे खतरे को रोकने के लिए नदी के बजाय तालाब में मूर्ति विसर्जित करने की अपील की है।