रजिस्ट्रार व निबंधनकर्मियों की भूमिका की होगी जांच
सहरसा, जागरण संवाददाता : आपरेशन दलाल के तहत निबंधन कार्यालय में चार मार्च को हुई छापेमारी के दौरान दो दलाल की गिरफ्तारी के मामले में नया मोड़ आ गया है। एसपी ने मामले में अवर निबंधक व निबंधन कार्यालय के अन्य कर्मियों की संलिप्तता सामने आने पर गहन जांच के निर्देश दिए हैं।
ज्ञात हो कि चार मार्च 2014 को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक एम. सुनील कुमार नायक के निर्देश पर निबंधन कार्यालय में छापेमारी कर दो दलाल मधेपुरा जिला के बरदाहा निवासी वरुण कुमार सिंहा एवं मधेपुरा के वार्ड नंबर नौ निवासी सुधीर कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। इनके पास डेढ़ लाख रुपये नकद, काफी संख्या में बैंक चलान एवं जमीन के कई दस्तावेज भी बरामद हुए थे।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रेमसागर ने पर्यवेक्षण टिप्पणी में उक्त दोनों दलालों पर लगाए गए आरोपों को सत्य करार देते हुए निबंधन कार्यालय के कर्मियों की संलिप्तता होने की बात कही। एसडीपीओ के पर्यवेक्षण टिप्पणी के बाद वर्तमान पुलिस अधीक्षक पंकज सिन्हा ने उनके पर्यवेक्षण रिपोर्ट को सत्य साबित करते हुए कहा है कि इसमें तत्कालीन अवर निबंधन पदाधिकारी नीलिमा दास, कार्यालय के प्रधान सहायक व अन्य कर्मियों की संलिप्तता सामने आ रही है। इसलिए अभियुक्तिकरण पर निर्णय लेने से पूर्व इनलोगों की भूमिका की गहन जांच करने का आदेश एसडीपीओ व अनुसंधानकर्ता को दिया है। उन्होंने कहा है कि छापेमारी से पूर्व व बाद में दूरभाष पर हुई बातों का रिकॉर्ड किया गया था। इसके आलोक में गहराई से छानबीन होनी चाहिए।