शिव मंदिरों में गूंजता रहा हर-हर महादेव का नारा
सहरसा, जागरण संवाददाता : सावन की तीसरी सोमवारी को जिले के विभिन्न शिव मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने भगवान महादेव-पार्वती की पूजा-अर्चना कर अपने और समाज में सुख-शांति की कामना की।
सोमवारी को लेकर शिवमंदिरों को आकर्षक तरीके से सजाया-संवारा गया है। भीड़ से निपटने हेतु महिला- पुरुषों के आगमन और निकासी के लिए मंदिरों में विशेष व्यवस्था भी की गयी थी। मंदिरों में बेलपत्र, भांग, धतूर, जल, दूध आदि की खूब बिक्री हुई। शाम में मंदिरों में पहुंचकर महिलाओं ने आरती की। पूजा के लिए लोग जहां अल सुबह से सिहेंश्वर, मटेश्वर धाम आदि मंदिरों के लिए रवाना होते रहे। वहीं शंकर चौक मंदिर, नया बाजार स्थित शिव मंदिर, सपटियाही स्थित लाभेश्वर नाथ मंदिर , गायत्री शक्तिपीठ स्थित प्रज्ञेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए लोगों का तांता लगा रहा। कई मंदिरों में सुबह से ही भजन- कीर्तन होता रहा।
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मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए होता है द्रव्यों का अभिषेक
सहरसा: सावन के तीसरे सोमवारी के मौके पर गायत्री शक्तिपीठ स्थित प्रजेश्वर महादेव मंदिर में गोष्ठी आयोजित की गई। संबोधित करते हुए ट्रस्टी डा. अरुण कुमार जायसवाल ने मनोवांछित फल की कामना से विभिन्न द्रव्यों के रुद्राभिषेक का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि भगवान सदाशिव की प्रसन्नता के निमित निष्काम भाव से भजन करना चाहिए। इसका अनन्त फल है। जल के अभिषेक से वृष्टि, व्याधि की शांति के कुशोदक अभिषेक, पशु प्राप्ति के लिए दही, लक्ष्मी प्राप्ति के लिए गन्ने का रस, धन प्राप्ति के लिए मधु व घृत, मोक्ष प्राप्ति के लिए तीर्थ के जल, पुत्र प्राप्ति व आयु के लिए गौ दूध, बुद्धि की जड़ता समाप्त करने के लिए शक्कर मिले दूध, शत्रु के शमन के लिए सरसों का तेल भगवान शिव पर अभिषेक करना चाहिए।
मौके पर श्यामानंद लाल दास, भगत मोहन, ललन कुमार सिंह, हरेकृष्ण साह, अनिल साह, सुबोध भगत, स्नेहलता तिवारी, सुनीता चौधरी, सिंधु देवी आदि मौजूद रहे।