सशक्त होंगे पंचायतों में स्थापित सत्याग्रह केंद्र
रोहतास। ग्रामीणों को सरकार अब घर बैठे ही तमाम योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराएगी। इतना ही
रोहतास। ग्रामीणों को सरकार अब घर बैठे ही तमाम योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराएगी। इतना ही नहीं बिजली बिल, मालगुजारी से लेकर कई अन्य कार्य भी सत्याग्रह केंद्र पर निष्पादित किए जाएंगे। मिशन ओडीएफ समेत अन्य सामाजिक कार्यों को धरातल पर उतारने के लिए पंचायतों में खुले सत्याग्रह केंद्र को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा। ताकि उसकी पहचान स्वायत्तशासी संस्था के रूप में बन सके। डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह को ले 17 व 18 अप्रैल को आयोजित होने वाले कार्यक्रम की जानकारी देते हुए यह बातें कही।
डीएम ने कहा कि सत्याग्रह केंद्र की अपनी पहचान बने, इस उद्देश्य से उसे और अधिक सशक्त बनाया जा रहा है। जिला व प्रखंड स्तर पर आयोजित होने वाले अधिकांश शिविर अब सत्याग्रह केंद्र पर ही लगाए जाएंगे। ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बेवजह दफ्तरों का चक्कर नहीं लगाना पड़े। आठ अप्रैल को केंद्रों का सामाजिक अंकेक्षण भी किया जाएगा। उसी दिन मल्टीपरपस हॉल में सर्वदलीय कार्यशाला आयोजित की जाएगी। आठ से 18 अप्रैल तक वहां लगातार सर्वधर्म प्रार्थना सभा आयोजित की जाएगी। हालांकि सरकार ने समारोह के मद्देनजर उस दिन सरकारी अवकाश घोषित किया है, लेकिन हर जगह कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह से संबंधित कार्यक्रम सभी केंद्रों पर आयोजित होगा।
डीएम ने कहा कि 30 अप्रैल तक सभी घरों में शौचालय का निर्माण कर पूरी तरह से जिले को खुले में शौच मुक्त बनाने का समय तय किया गया है। इसमें हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, राजस्थान समेत पूर्ण रूप से ओडीएफ बन चुके अन्य राज्यों के जिले के अनुभवी लोगों का भी सहयोग लिया जा रहा है। जो पंचायत अब तक ओडीएफ बन पाई हैं, वहां मुख्यमंत्री सात निश्चय के तहत योजनाओं का भी क्रियान्वयन किया जाने लगा है। इसके लिए सरकार सरकार से राशि भी आवंटित हो गई है, जिसे इन पंचायतों को भेजी जाएगी। रोहतास के इस प्रयोग को सरकार पूरे राज्य में अब लागू करने जा रही है।