मेरिट घोटाला : मांगी सूचना, परीक्षकों की फंस सकती है गर्दन
रोहतास। मेरिट घोटाला की आंच धीरे- धीरे रोहतास जिले तक पहुंचने लगी है। प्राप्तांक से अस
रोहतास। मेरिट घोटाला की आंच धीरे- धीरे रोहतास जिले तक पहुंचने लगी है। प्राप्तांक से असंतुष्ट मैट्रिक परीक्षा में शामिल छात्रों के आरटीआई आवेदन पर परीक्षा समिति ने संबंधित छात्रों की उत्तरपुस्तिकाओं की छायाप्रति मूल्यांकन केंद्र निदेशक से तलब किया है। ताकि स्क्रूटनी में छात्रों को संतुष्ट किया जा सके। परीक्षा समिति के इस कदम से मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों के हाथ पांव फूलने लगे हैं।
सूत्रों की माने तो राज्य में मेरिट घोटाले की खुलासा होने के बाद रिजल्ट से नाखुश छात्रों को थोड़ी उम्मीद जग गई है। वे मूल्यांकन कार्य में बड़े पैमाने पर धांधली करने का आरोप लगा लगभग सौ से अधिक छात्रों ने परीक्षा समिति के यहां चुनौती दी है। इसके तहत असंतुष्ट छात्रों ने आरटीआई के तहत अपनी उत्तरपुस्तिकाओं की छायाप्रति की मांग की है। यदि स्क्रूटनी में अनियमितता बरतने की बात सही पाई गई तो मूल्यांकन करने वाले परीक्षकों व मुख्य परीक्षकों पर गाज गिर सकती है।
ज्ञातव्य हो कि इस बार जिला मुख्यालय स्थित शेरशाह सूरी इंटर स्तरीय विद्यालय, श्रीशंकर इंटर स्कूल तकिया व रमा जैन गर्ल हाई स्कूल में मैट्रिक की उत्तरपुस्तिकाएं जांची गई थी। इस दौरान इन तीनों केंद्रों पर मधुबनी, समस्तीपुर सहित अन्य जिले से आई उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य किया गया था।
प्रियंका को भी लेना पड़ा था कोर्ट का सहारा
सासाराम: यदि हौसला बुलंद व इरादा नेक हो तो मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाता। कुछ ऐसा ही कर दिखाया था 2014 की मैट्रिक परीक्षा में फेल उच्च विद्याललय चौखंडी पथ की छात्रा प्रियंका ने। रिजल्ट से आहत प्रियंका ने अपनी हिम्मत नहीं हारी व पूरे मामले को मानवाधिकार आयोग के यहां चुनौती दी थी। जिसमें उस अंतत: न्याय मिला था। कोर्ट के आदेश पर दुबारा हुई कापी की जांच में जिला मुख्यालय से सटे खैरा के रहने वाली बाबूचंद ¨सह की बेटी प्रियंका को परीक्षा समिति ने उत्तीर्ण घोषित किया था। यही नहीं मूल्यांकन करने वाले लगभग दर्जन भर शिक्षकों को अयोग्य मानते हुए उन पर कार्रवाई भी की थी।