मोबाइल टावर के बावजूद नेटवर्क फेल
रोहतास। प्रखंड के कैमूर पहाड़ी पर बसे सोली गांव में चार माह पूर्व लगे मोबाइल टावर अब तक
रोहतास। प्रखंड के कैमूर पहाड़ी पर बसे सोली गांव में चार माह पूर्व लगे मोबाइल टावर अब तक पूरी तरह से काम नहीं कर पा रहा है। टावर लगने के साथ ही कई ग्रामीण मोबाइल खरीद अपनों से जुड़ने का प्रयास किया। लेकिन अबतक नेटवर्क नहीं मिलने से मोबाइल ग्रामीणों के लिए अनुपयोगी साबित हो रहा है। अलबत्ता कभी कभार नेटवर्क आने पर वे मैसेज भेज अपनों के हालचाल का इंतजार करने लगते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि बात तो नहीं होती है, लेकिन मैसेज चला जाता है। उसी से काम चलाना पड़ता हैं। ग्रामीण व पूर्व सरपंच लक्ष्मण उरांव का कहना है कि जब भी फोन लगाए तो नेटकर्क बीजी बताता है। कभी भी फोन नहीं लगता है। इससे तो बेहतर था बिना टावर के गांव के किनारे जंगल के किसी कोने में जाकर फोन पर पूरा परिवार बात कर लेता था। पीपरडीह निवासी बबन ¨सह खरवार का कहना है कि मोबादल पर तो बात नहीं हो पाती है, ¨कतु मैसेज भेज कर या मैसेज मंगवा कर काम चला लिया जाता है। जिला परिषद सदस्य महेंद्र कुमार ने जिला दूरसंचार प्रबंधक से लिखित शिकायत कर सेवा में सुधार करने की मांग की है। ताकि पिपरडीह, जमुन्दहा, बरकट्ठा, जेमरदाग, चान्होडीह, हुरमेटा, लौड़ी समेत दो दर्जन गांवों में मोबाइल सेवा मिल सके। दूरसंचार सलाहकार समिति के सदस्य अरुण कुमार चौबे ने भी टीडीएम को व्यवस्था है। ताकि पहाड़ी गांवों की दूरसंचार की एक मात्र सेवा बहाल हो सके एवं टावर का रेंज भी बढ़ाया जाए। जिससे अधिकाधिक लोग लाभांवित हो सके। जिला दूरसंचार प्रबंधक सासाराम का कहना है कि यह मोबाइल टावर लगाया गया है। यह सेटेलाइट से चलता है। इस टावर के पूरे रेंज में मात्र 7 लोग ही एक साथ बात कर सकते है। इससे ज्यादा लोग अगर बात करने की कोशिश करेंगे तो शेष लोगों का मोबाइल नेटवर्क बीजी बताएगा। वैसे इसकी सूचना सरकार को भेजी गई है। इस टावर के एवज में 1400 सिम बेचे गए हैं।