समर्थन मूल्य पर धान बेचने का टूटा सपना
सासाराम : किसानों को सपना दिखाना तो बड़ा आसान है, उस पर अमल कराना उतना ही मुश्किल। मुख्यमंत्री तक के आदेश के बावजूद धान खरीद की गाड़ी ज्यों की त्यों खड़ी रहने से किसानों का धैर्य टूटने लगा है। स्थिति की नजाकत भांप बिचौलिए उधार पर धान क्रय करने के लिए किसानों को विवश कर रहे हैं।
सेवा यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नटवार में धान क्रय केन्द्र का निरीक्षण कर किसानों को हर हाल में समर्थन मूल्य दिलाने की अपनी प्रतिबद्धता जतायी थी। दो सप्ताह में भी न तो पैक्स ही उनके धान ले पाए और न एसएफसी के क्रय केन्द्र। सीमांत कृषक यदु सिंह कहते हैं कि एक महीना से धान बेचने का इंतजार कर रहे हैं। पहले पौने नौ सौ का धान गांव का साहूकार खरीद रहा था। मुख्यमंत्री व अधिकारियों की बात पर विश्वास कर 1080 रुपये क्विंटल दर का सपना पाल लिए। अब उधारी आठ सौ रुपये बिचौलिए ले रहे हैं। मनीपुर (नोखा) के किसान विभूति पांडे, चेनारी के केदार मिश्र, चंवरी के कृष्ण प्रताप सिंह, दिवाकर जैसे कई किसानों ने कहा कि सुशासन में भी बिचौलिए और दलाल यह साबित कर दिए कि उनकी जड़ काफी गहरी है।
पैक्स अध्यक्ष रमेश चौबे संसाधनों का रोना हो रहे हैं। कहते हैं कि सरकार पैक्सों को धान खरीद में लगा दी। उनके पास न तो गोदाम है और न ही नमी मापने की मशीन व प्रशिक्षित कर्मी। जिसके कारण सभी किसान पैक्सों के पहुंच से बाहर हैं। किसान उनके नाम पर राजनीति करने वालों पर भी आक्रोशित हैं। कहते हैं कि अपने स्वार्थ के आगे किसानों का दर्द नहीं दिखता।
कहते हैं डीएसओ : डीएसओ प्रमोद कुमार ने कहा कि शुक्रवार तक चार लाख एमटी अधिप्राप्ति के विरुद्ध 13687 एमटी धान की खरीद हुई है। जिसमें लगभग सौ पैक्सों द्वारा 9442 एमटी व एसएफसी ने 4245 एमटी अधिप्राप्ति किया है।
धान अधिप्राप्ति को ले किसानों ने दिया धरना : धान क्रय केन्द्र नहीं खुलने से आक्रोशित किसानों ने कोचस एनएच-30 पर शुक्रवार को किसान दिलीप केसरी की अध्यक्षता में धरना दिया। जिससे काफी समय तक यातायात ठप रहा। किसान अखिलेश, सिपाही, छोटन यादव, पिंटू यादव सहित कई ने कहा कि जनवरी माह में भी धान क्रय केन्द्र नहीं खुला। एआरओ निकेश कुमार व सीओ बासुकीनाथ द्वारा चार दिन के अंदर क्रय केन्द्र खुलने के आश्वासन पर धरना को समाप्त किया गया। किसान सुरेन्द्र राय, रामयश तिवारी, महंथ, मुन्ना सिद्दिकी ने कहा कि अगर चार दिन के अंदर धान की खरीदारी नहीं हुई तो अनिश्चितकालीन प्रखंड कार्यालय में घेराबंदी की जाएगी। धरना में राजनारायण, मुरारी ठाकुर, रेहाना खातून, राजू रौशन दूबे, ललन चौबे, धर्मेन्द्र चौबे सहित कई लोग मौजूद थे।
कालाबाजारी के 154 बोरी खाद जब्त : खाद की कालाबाजारी से अनजान बने कृषि महकमा को शुक्रवार को किसानों के दबाव में हरकत में आना पड़ा। अभियान चला कोचस में 154 बोरी यूरिया खाद जब्त किया। अन्य जगहों पर भी छापेमारी करा क्रम जारी है।
खाद को ले दर-दर भटक रहे किसानों की परेशानी से इतर कृषि विभाग पहले सबको खाद उपलब्ध होने का दावा करता रहा है। रबी फसल के लिए यूरिया की बढ़ी मांग व किसानों के अंदर उठ रहे आक्रोश के बाद प्रशासन ने खाद कालाबाजारियों के विरुद्ध कार्रवाई का निर्देश जारी किया था।
जिला कृषि पदाधिकारी वेंकटेश नारायण सिंह ने कहा कि आज बिना अनुज्ञप्ति के व अधिक दाम पर खाद बेच रहे श्रीराम सिंह पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी। उनकी दुकान से 54 बोरी यूरिया, 51 डीएपी व 49 बोरी एसएसपी खाद जब्त किया गया। खाद कहां से लायी गयी थी, इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद अवैध रूप से खाद उपलब्ध कराने वाले दुकानदारों पर भी कार्रवाई होगी।
डीएम अनुपम कुमार ने कहा कि प्रशासन खाद की उपलब्धता किसानों तक कराने के लिए बीडीओ-एसडीओ को भी निर्देश दिया गया है। हर हाल में कालाबाजारी रुकेगी।
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