Move to Jagran APP

ट्रेजरी में वेतन विपत्र स्वीकृत, अन्य पर रोक

जागरण संवाददाता, सासाराम : कभी वित्तीय वर्ष का अंतिम दिन मार्च लूट के नाम से प्रसिद्ध था। कोषागारों

By Edited By: Published: Tue, 31 Mar 2015 07:35 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2015 07:35 PM (IST)
ट्रेजरी में वेतन विपत्र स्वीकृत, अन्य पर रोक

जागरण संवाददाता, सासाराम : कभी वित्तीय वर्ष का अंतिम दिन मार्च लूट के नाम से प्रसिद्ध था। कोषागारों में देर रात तक विपत्रों को जमा करने व भुगतान का आदेश देने का कार्य चलता था। मंगलवार को वित्तीय वर्ष समाप्ति पर कोषागार में अलग नजारा रहा। वेतन छोड़ अन्य विपत्रों के भुगतान पर रोक लगी रही। तीन बजे के बाद कोई भी विपत्र जमा नहीं किया गया। जिससे कई विभागों के लाखों की राशि सरेंडर कर दी गई।

loksabha election banner

कोषागार कार्यालय में पहुंचे कई विभागों के अधिकारियों व कर्मियों ने कहा कि वेतन को छोड़ पूर्व के बकाए का भी भुगतान नहीं होना गलत है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने कहा कि विभाग ने पांच दिन पूर्व ही मेडिकल बकाया भुगतान की स्वीकृति प्रदान की थी। कोषागार में भेजा गया। लेकिन वह विपत्र पारित नहीं हो पाया। वहीं सड़क, पीएचईडी, आईसीडीएस सहित अन्य विभाग के कर्मियों ने भी बकाया भुगतान व विपत्रों को पारित नहीं होने पर परेशान दिखे। कोषागार अधिकारी ने कहा कि तीन बजे तक ही सामान्य विपत्रों के भुगतान करने का आदेश प्राप्त हुआ था। जिसमें वेतन आदि का भुगतान किया गया। सर्वर बंद होने के बाद विपत्रों को स्वीकृत नहीं किया गया। सुरक्षा को ले कड़े बंदोबस्त किए गए थे। कई मजिस्ट्रेटों की तैनाती भी कोषागार में की गई थी। बैंकों में भी अपेक्षाकृत अधिक भीड़ रही। कोषागार का कार्य स्टेट बैंक से अधिक होने के कारण वहां अधिक भीड़ देखी गई। वहां भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी।

कहते हैं डीएम :

डीएम संदीप कुमार ने कहा कि सामान्य विपत्रों खासकर वेतन से संबंधित विपत्रों का ही भुगतान आज किया गया। 30 मार्च को ही अन्य विपत्रों को जमा करने के लिए कहा गया था। विभागों की कितनी राशि सरेंडर की हुई, इसकी गणना की जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.