कर्तव्य निर्वहन की बोध कराती है पुलिस की वर्दी : डीआईजी
संवाद सहयोगी, डेहरी-आनसोन (रोहतास) : अनुशासन का पालन करना पुलिस की वर्दी पहनने वाले के लिए नितांत आव
संवाद सहयोगी, डेहरी-आनसोन (रोहतास) : अनुशासन का पालन करना पुलिस की वर्दी पहनने वाले के लिए नितांत आवश्यक है। एक अच्छा सिपाही वहीं बनता है जिसे वर्दी के प्रति सम्मान का बोध हो। डीआईजी उमाशंकर सुधांशु ने गुरुवार को बीएमपी ग्राउंड में आयोजित प्रशिक्षण प्राप्त रंगरूटों के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए यह बातें कही। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक क्षण पर समादेष्टा को बधाई देता हूं। उम्मीद करता हूं कि सभी प्रशिक्षण प्राप्त जवान अपने कर्तव्य एवं दायित्व का अच्छे ढंग से निर्वाह कर पुलिस का मान सम्मान बढ़ाने का सदैव कार्य करेंगे।
वहीं बीएमपी टू की कमाडेंट गरिमा मल्लिक ने कहा कि निष्ठापूर्वक अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए कमजोर व्यक्तियों की सहायता कर अपने को एक सफल पुलिस कर्मी के रूप में स्थापित करेंगे। सिपाही की वर्दी कर्तव्य निर्वहन का बोध कराती है। पुलिस की वर्दी कानून की शक्ति है। इस शक्ति के साथ कई सामाजिक दायित्व भी है। जिसका पालन विधि सम्मत करना आपका फर्ज है। 16 सितंबर 2013 से शुरू इस प्रशिक्षण केंद्र में बिहार सैन्य पुलिस 4, 5, 10, 14 व एमएमपी आरा के कुल 520 जवानों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। जिन्हें शारीरिक प्रशिक्षण के अलावा एसएलआर, अश्रु गैस, फील्ड क्राप्ट, टैक्टिक्स आधुनिक हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया गया। दीक्षांत परेड का निरीक्षण डीआईजी व कमांडेंट ने खुली जीप में किया। प्रशिक्षु जवानों ने उन्हें सलामी दी। मैदान में राष्ट्रीय धुन के साथ तिरंगा भी लहराया गया। संचालन हवलदार मनोज तिवारी ने किया। मौके पर प्रशिक्षण प्रभारी प्रीतम एक्का, कमल नारायण सिंह, शिवनारायण यादव, दिलीप मुर्मू के अलावे एएसपी अभियान मो. सोहैल, डीएसपी मुख्यालय मो. मुर्तजा, का. ब्रदी विशाल राय, एसडीएम कमलेश सिंह, सार्जेट मेजर अजीत कुमार लाल, पार्षद धरमू चौधरी, कलेंद्र नाथ यादव, बिन्दा चंद्रवंशी आदि उपस्थित थे।