फर्जी चिकित्सकों के सहारे चल रहे कई नर्रि्सग होम
जागरण संवाददाता, सासाराम : चौकिय मत! यह सच्चाई है कि स्वास्थ्य मंत्री के जिले में एक भी प्राइवेट नर्
जागरण संवाददाता, सासाराम : चौकिय मत! यह सच्चाई है कि स्वास्थ्य मंत्री के जिले में एक भी प्राइवेट नर्सिग होम निबंधित नहीं है। बिना निबंधन के ही सिविल सर्जन कार्यालय के आसपास कुकुरमुत्ते की तरह फैले कई नर्सिग होम में मरीजों का इलाज अंधेरे कमरे में झोलाछाप द्वारा किया जा रहा है। कमरे ऐसे जिसमें शुद्ध हवा व धूप आने की कहीं से कोई गुंजाईश भी नहीं है। मौत के इन सौदागरों पर स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रशासनिक महकमा का कोई नियंत्रण नहीं है।
नर्सिग होम के बाहर विशेषज्ञ डाक्टरों की साईन बोर्ड लगा है। परंतु साइन बोर्ड में अंकित विशेषज्ञ चिकित्सकों का उक्त नर्सिग होम से कोई वास्ता तक नहीं है। ऐसे नर्सिग होम के अधिकांश संचालक झोलाछाप डाक्टर है। नीम हकीम बने ऐसे डाक्टर आए दिन मरीजों की जिंदगी से खेल रहे हैं। रहम सिर्फ उपर वाले का है जो वैसे नर्सिग होम में इलाज कराने के बाद भी जिंदा हैं। कई नर्सिग होम के परची पर अंकित पता कहीं और का अस्पताल कहीं और चलने के भी उदाहरण है। इतनी सारी खामियों के बावजूद स्वास्थ्य व प्रशासनिक महकमे की खामोशी भी आम लोगों की समझ से परे है।
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जिले में एक भी नर्सिंग होम निबंधित नहीं है। निबंधन कराने हेतु दबाव बनाया जा रहा है। फिलहाल 43 नर्सिग होम संचालकों की ओर से आवेदन जमा किया गया है। सत्यापन के बाद उन्हें निबंधित किया जाएगा।
अशोक कुमार सिंह, सिविल सर्जन, रोहतास
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इनसेट
हत्या की दर्ज करायी प्राथमिकी
सासाराम : सासाराम हास्पिटल व ट्रामा सेंटर में प्रसव के दौरान आलमगंज मुहल्ला निवासी रिंकू देवी की मौत के मामले में माडल थाना में दो प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मृतका के पति अभिजीत पांडेय ने नर्सिग होम के संचालक व झोलाछाप डाक्टरों पर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है। वहीं मृतका के पिता मोहनिया थाना क्षेत्र के उसरी गांव निवासी डी पांडेय ने सुसराल वालों द्वारा सही ढंग से इलाज नहीं कराने का आरोप लगाते हुए दामाद समेत परिवार के अन्य चार लोगों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है।