मेडिकल छात्र की मौत से धनकुपिया में पसरा मातम
संवाद सूत्र, दिनारा (रोहतास) : बंगलुरू में सहपाठियों द्वारा मौत के घाट उतारे गए एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र मुन्ना कुमार का शव सोमवार को उसके गांव नटवार थाना क्षेत्र के धनकुपिया पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया। इस घटना से गांव में मातम छा गया है। रोते बिलखते परिजनों को ढांढस बंधा रहे लोग भी अपने आंसू रोक नहीं पा रहे। मृत छात्र के पिता जगदीश चौधरी ने बिलखते हुए कहा कि हमें क्या पता था कि पुत्र को डाक्टर बनाने के लिए बंगलुरू भेज रहे है, जहां उसके सहपाठी ही उसकी जान का दुश्मन बन जाएंगे। तीन पुत्रों में सबसे छोटा 25 वर्षीय मुन्ना काफी मेघावी था। जिसे बड़े अरमानों से डाक्टर बनाने के लिए कर्जा महाजन लेकर एमआर मेडिकल कालेज गुलबर्गा में नामांकन कराया था। परंतु आज मेरे पुत्र के सारा मेरे अरमान भी बुझ गये। उन्होंने बताया कि गत 19 जुलाई की रात उन्हें सूचना मिली की उनका पुत्र मुन्ना छत से गिरकर जख्मी हो गया है। जिसकी इलाज के क्रम में 26 जुलाई को मृत्यु होने की पुन: जानकारी दी गई। हालांकि वहां की पुलिस व कालेज प्रबंधन घटना को छिपा रहा है। मेरे पुत्र को कुछ सहपाठियों ने आपसी विवाद को लेकर हास्टल की छत से नीचे फेंक दिया था। वहां की पुलिस घटना की तहकीकात कर रही है। घटना की खबर सुन पूर्व मंत्री आनंद मोहन सिंह, राजद नेता संतोष यादव, जदयू नेता शिवजी चौधरी, भरत चौधरी, हृदय कुशवाहा आदि ने धनकुपिया पहुंच शोक संतप्त परिजनों को मिल मातमपुर्सी की। साथ राज्य सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है।