शास्त्रीय गायन से झूमे लोग
पूर्णिया। रविवार को स्थानीय राजा कृत्यानंद ¨सह मेमोरियल ट्रस्ट का सभागार जाने माने शास्त्रीय ग
पूर्णिया। रविवार को स्थानीय राजा कृत्यानंद ¨सह मेमोरियल ट्रस्ट का सभागार जाने माने शास्त्रीय गायक व कालाकारों के थाप से गूंज उठा। मौका था संगीत भाष्कर स्व. राजकुमार श्यामानंद ¨सह के जन्मशती का। इन संगीत साधकों को सुनने और देखने के लिए बड़ी संख्या संगीत प्रेमी भी सभागार में उपस्थित थे। सभी कलाकारों ने अपने वाद्ययंत्र के साथ सधे हुए हाथों जब थाप दिया थो वहां बैठे संगीत प्रेमी काफी आनंदित हो रहे थे। इस मौके पर लोगों को विभिन्न रागों का शुद्ध शास्त्रीय रुप सुनने को मिला। कार्यक्रम की शुरुआत शास्त्रीय गायक अंकुर विप्लव के राग भैरव से हुई तबले पर उनके साथ मशहूर तबला वादक संजय अधिकारी थे। कार्यक्रम में उस्ताद वसीम अहमद खां, पंडित ओंकार दादरकर, नरेंद्र नाथ धर, हिर्णमय मित्र, उस्ताद सरवर हुसैन, तबला वादक उस्ताद अकरम खां ने अपनी प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
पंडित ओंकार ददरकर ने राग मियां की टोड़ी राग की शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में आकर्षण के केंद्र उस्ताद वसीम अहमद खां रहे। जिले में उनकी यह दूसरी प्रस्तुति थी। लोकप्रिय तबला वादक उस्ताद अकरम खां के तबले की थाप पर उपस्थित लोग झूम उठे उनकी एकल प्रस्तुति थी। इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के सरोद वादक पंडित नरेंद्र नाथ धर के साथ भी तबले पर संगत दिया। कार्यकर्म में पद्मश्री गजेंद्र नारायण ¨सह भी उपस्थित थे। उन्होंने राजकुमार श्यामानन्द ¨सह को याद कर अपने संस्मरण सुनाए।