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मुख्यमंत्री को सीमांचल की नहीं है ¨चता : तस्लीमुद्दीन

पूर्णिया । सांसद सह राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मो. तस्लीमउद्दीन ने कहा है कि राज्य

By Edited By: Published: Tue, 26 Jul 2016 08:24 PM (IST)Updated: Tue, 26 Jul 2016 08:24 PM (IST)
मुख्यमंत्री को सीमांचल की नहीं है ¨चता : तस्लीमुद्दीन

पूर्णिया । सांसद सह राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मो. तस्लीमउद्दीन ने कहा है कि राज्य सरकार सीमांचल की उपेक्षा कर रही है। हर साल इस इलाके में बाढ़ जान-माल का भारी नुकसान करती है लेकिन सरकार इसका स्थायी समाधान ढूढने के बजाय अनाज-कपड़ा बांट कर लोगों को ठगने में लगी है। केंद्र सरकार ने बाढ़ के स्थायी समाधान के लिए आठ सौ करोड़ रुपये महानंदा परियोजना के तहत दिए थे लेकिन उसकी बंदरबांट कर ली गई है। उक्त बातें सांसद तस्लीमुद्दीन मंगलवार को पूर्णिया में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही।

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सांसद ने सीमांचल के जिले में बाढ़ से हो रही तबाही के लिए नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि सीमांचल के साथ नीतीश सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है। इस इलाके में हर साल बाढ़ से होने वाली तबाही के स्थायी निदान के लिए केंद्र सरकार ने महानंदा परियोजना बनाया था और उसके लिए आठ सौ करोड़ की राशि भी तत्कालीन केंद्र सरकार ने मुहैया करायी थी। लेकिन राज्य सरकार की नीयत सही नहीं रहने के कारण अब तक उक्त परियोजना को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है। उस राशि का अन्य जगहों पर इस्तेमाल कर लिया गया है। उन्होंने ¨सचाई मंत्री पर भी हमला बोला और कहा वर्तमान ¨सचाई मंत्री को इन बातों से कोई मतलब नहीं है। सीमांचल के लोग गुरबत की ¨जदगी जी रहे हैं, इसके पीछे किस्मत का दोष नहीं है बल्कि सरकार के कुप्रबंधन का नतीजा है। सरकार बाढ़ का स्थायी हल निकाल कर क्षेत्र के लोगों को इस भीषण विभीषिका से बचा सकती है। असल में हर साल अस्थायी काम करवाने से उनके अधिकारियों और नेताओं को राशि के बंदरबांट करने का मौका मिल जाता है।अररिया के सांसद ने कहा कि मुट्टी भर अनाज देकर सरकार अपने कर्तव्यों से मुंह नहीं मोड़ सकती है। बाढ़ के कारण यहां के किसानों का एक ही फसल का उपज मिलता है जबकि महानंदा परियोजना को लागू होने से साल में किसान तीन फसल ले पाएंगे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार और सीमांचल के गरीब लोगों कि ¨चता नहीं है और वे दिल्ली, यूपी घूमने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि किशनगंज में कोचाधामन, ठाकुरगंज, किशनगंज और बहादुरगंज, पूर्णिया में बायसी, अमौर और पूर्व कसवा, अररिया में रानीगंज, नरपतगंज, फारबिसगंज, सिकटी, जोकीहाट और कटिहार में कदवा, बारसोई आदि इलाके पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में है लेकिन सरकार इन इलाकों में समुचित व्यवस्था करने में पूरी तरह से असफल हो रही है। इस मौके पर जिप उपाध्यक्ष छोटू ¨सह, हैदर अली, सईद रजा, ¨रकू, शमशाद आलम, राजेन्द्र यादव आदि उपस्थित थे। इस मौके पर बिहार राज्य परिषद राजद के श्वेता यादव ने भी राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मो. तसलीमुद्दीन को इलाके की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन सौंपा।


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