निगम कार्यालय के गेट पर जड़ा ताला, काम-काज ठप
पूर्णिया। बिहार लोकल बॉडीज इम्पलाइज फेडरेशन की जिला इकाई के तत्वावधान में नगर निगम कर्मियों ने कामकाज ठप रखा।
पूर्णिया। बिहार लोकल बॉडीज इम्पलाइज फेडरेशन की जिला इकाई के तत्वावधान में नगर निगम कर्मियों ने बुधवार को निगम कार्यालय में काम काज ठप रखा। नगर निगम के कर्मी सुबह निगम कार्यालय पहुंच कर प्रदर्शन किया तथा मुख्य द्वारा पर ताला जड़ दिया। जिस कारण कोई भी कर्मी कार्यालय परिसर में प्रवेश नहीं कर सके जिस कारण वहां दिन भर कोई काम काज नहीं हो पाया। बाद में मेयर एवं उपमेयर की पहल पर कर्मचारियों ने हड़ताल स्थगित कर दिया तथा मुख्य द्वार खोला गया। मेयर विभा कुमारी एवं उप मेयर संतोष यादव ने कर्मचारियों को उनकीं मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार किए जाने का आश्वासन दिया तथा नगर आयुक्त सुरेश चौधरी ने भी दूरभाष पर कर्मियों को आश्वासन दिया जिसके बाद हड़ताल स्थगित किया गया।
हड़ताल पर डटे कर्मियों का कहना था कि वे लोग काफी समय से अपनी मांगें अधिकारियों के समक्ष रख रहे हैं लेकिन उस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है जिस कारण उन्हें आज नगर निगम में काम काज ठप किए जाने का निर्णय लेना पड़ा है। गत मई माह में भी नगर आयुक्त को ज्ञापन दिया गया था लेकिन फलाफल शून्य है। हड़ताल पर डटे कर्मियों का कहना था कि अगर
इस बार भी उन लोगों के साथ नाइंसाफी हुई तो वे लोग उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। हड़ताली कर्मियों ने अपनी 11 सूत्री मांगों का ज्ञापन भी मेयर एवं नगर आयुक्त के प्रतिनिधि को सौंपा। दिए गए ज्ञापन में षष्टम वेतन का बकाया राशि का भुगतान शीघ्र करने, एसीपी का लाभ दिये जाने, स्थापना उप समाहर्ता का ज्ञापांक 1991, स्थापना, दिनांक 18.8.15 को लागू करने, कालबद्ध प्रोन्नति दिया जाने, कर्मियों को उनके कार्य के पद का वेतनमान दिये जाने, अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति, एक कर्मी एक पद एवं तीन वर्ष के अंतराल पर स्थानान्तरण, चतुर्थ वर्गी कर्मी एवं सफाई कर्मी को जूता, छाता, साइकिल एवं वर्दी की आपूर्ति, आउट सोर्सिंग कर्मियों का वेतन बढ़ाकर दोगुना करने, वर्तमान वार्षिक वेतन वृद्धि पर आदेश एवं पूर्व का शेष बकाया वेतन वृद्धि का भुगतान किये जाने तथा निगम का कार्य मुख्यत: सफाई है, इससे संबंधित कर्मियों की संख्या बढ़ाने की मांग शामिल है। हड़ताल पर डटे कर्मियों में फेडरेशन के जिलाध्यक्ष राजेश कुमार के अलावा इफ्तेखार आलम, विक्रम मेहतर, शांती देवी, रानी देवी, विजय ¨सह, मुन्ना उरांव, राजदेव ठाकुर, रामलखन मेहता आदि दर्जनों कर्मी शामिल थे।