नहीं दें दान करें कल्याण
पूर्णिया। भिक्षुकों को दान नहीं दें बल्कि उनका कल्याण करें। भिक्षाटन रोकने के लिए प्रयास चल रहा है,
पूर्णिया। भिक्षुकों को दान नहीं दें बल्कि उनका कल्याण करें। भिक्षाटन रोकने के लिए प्रयास चल रहा है, लोगों को जागरूक किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना के तहत शांति कुटीर और सेवा कुटीर संचालित है, यहां भिखारियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कौशल प्रशिक्षण और इन्हें पुनर्वासित करने की योजना है। भिक्षावृत्ति को समाप्त करने के लिए आज शहर में मिनी मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया है। लोगों को जागरूक करने के लिए' समाज का हाथ, भिक्षुकों के साथ'नारे के साथ इसका आयोजन शांति कुटीर और सेवा कुटीर द्वारा किया गया है। इसके आयोजन में स्टेट सोसाइटी फॉर अल्ट्रा पूअर एंड सोशल वेलफेयर और सक्षम, समाज कल्याण विभाग का सहयोग है।
भिक्षावृत्ति पर रोक लगाने के लिए सरकार गंभीर है। इसके लिए सरकार द्वारा पहले चरण में राज्य के छह जिलों का चयन किया गया है जिसमें पूर्णिया के अलावा मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया, रोहतास और नालंदा शामिल है। इन जिलों में शांति कुटीर और सेवा कुटीर की स्थापना की गई है।
शहर में संचालित दोनों केंद्र की केंद्राधीक्षक तन्नु श्री कहती हैं कि भिक्षुकों को दान नहीं दें बल्कि उनका कल्याण करें। अगर आपको कहीं भिक्षुक नजर आए तो उनकी जरुरत पूछें, उनसे बात करने के बाद तत्काल उनकी जो जरुरत हो उसे पूरा करने का प्रयास करें। अगर भूखा हो तो खाना खिलाएं, बीमार हो तो डॉक्टर से मिलवाएं। दान देने से उनका कल्याण होनेवाला नहीं है। सरकार की ओर से भिक्षावृत्ति पर रोक लगाने के लिए हर तरह की व्यवस्था की गई है। 2015 से महिलाओं के लिए शांति कुटीर और पुरूषों के लिए सेवा कुटीर संचालित है। यहां मरीजों के रहने की व्यवस्था है, डॉक्टर देखरेख करते हैं, उनकी काउंसि¨लग की जाती है परिवार से मिलवाने की व्यवस्था की जाती है। बताया कि अबतक 62 लोगों को परिवार से मिलवाया जा चुका है। 76 लोग अभी दोनों कुटीर में हैं। ऐसे लोग जिनके परिवार नहीं हैं उनके पुनर्वासित किए जाने की योजना है। इनके कौशल विकास के लिए बांस की टोकरी, सुजनी बनाने, सिलाई का प्रशिक्षण आदि की भी व्यवस्था है। बताया कि दान देने की परंपरा और जागरूकता के अभाव भिक्षावृत्ति रुक नहीं रही है। इसके लिए आज सुबह सात बजे से जिला स्कूल से सदर अस्पताल तक मिनी मैराथन का आयोजन किया जाएगा।