दुष्कर्म पीड़िता ने डीआईजी से लगाई न्याय की गुहार
पूर्णिया। डीआईजी के जनता दरबार में दर्जनों फरियादी उपस्थित हुए। जमीन विवाद, झूठा मुकदमा म
पूर्णिया। डीआईजी के जनता दरबार में दर्जनों फरियादी उपस्थित हुए। जमीन विवाद, झूठा मुकदमा में फंसाने, हत्या व अन्य मामले में पुलिस द्वारा लीपापोती करने व यौन शोषण जैसे मामले में न्याय की आस लिए फरियादी पहुंचे थे। हरेक मामले पर डीआईजी उपेन्द्र कुमार सिन्हा पूछताछ करते हुए संबंधित पुलिस पदाधिकारी को फोन पर अविलंब कार्रवाई का निर्देश दे रहे थे।
डगरुआ थाने के बछरदह की रहने वाली अनपढ लड़की को गांव के ही मो समरूल ने शादी का प्रलोभन देकर लगातार यौन शोषण किया। जब वो गर्भवती हो गई तो शादी से भी इनकार किया फिर बाद में पंचायत में पूरे मामले को झूठ बताकर लड़की को ही बदचलन करार दिया। लड़की ने डीआईजी श्री सिन्हा को अपनी जान माल की रक्षा करने तथा न्याय की गुहार लगाते हुए मो समरूल और उसके परिवार वालों द्वारा जान मारने की धमकी देने की लिखित आवेदन दी। डीआईजी श्री सिन्हा ने थानाध्यक्ष को फोन कर अभियुक्त की अविलंब गिरफ्तारी का निर्देश दिया। वहीं केनगर थाने की बोचाही गांव से आई गीता देवी ने डीआईजी से अपने पुत्र की हत्या की जांच कर न्याय दिलाने की मांग की। गीता देवी ने स्पष्ट रूप से पुलिस की लापरवाही गिनाते हुए डीआईजी से कही कि मेरे बेटे की हत्या हुई है और दारोगा जी रोड एक्सीडेंट साबित कर रहे हैं। मामले पर गंभीरता से पूछताछ कर डीआईजी ने डीएसपी से मामले की जांच करान का निर्देश दिया। अमौर थाने की खाड़ी महेन गांव की उषा रानी दास ने पड़ोसियों द्वारा ढाए जा रहे जुल्म की कहानी बयां कर रही थी। उषा रानी दास डीआईजी के सामने भावुक हो गई, जिसपर डीआईजी श्री सिन्हा ने बायसी डीएसपी से मामले की जांच कराने की बात कही।