नदियों में बढ रहे जलस्तर का डीएम ने लिया जायजा
पूर्णिया। नदियों में बढ़ रहे जलस्तर के बाद बायसी अनुमंडल में संभावित बाढ के खतरे के मद्देनजर
पूर्णिया। नदियों में बढ़ रहे जलस्तर के बाद बायसी अनुमंडल में संभावित बाढ के खतरे के मद्देनजर डीएम पंकज पाल ने विभिन्न प्रखंडों का निरीक्षण किया। डीएम ने शुक्रवार को बायसी प्रखंड के हरिणतोड़ पंचायत के केएन पानी सदरा, अमौर प्रखंड के नितेन्दर पंचायत के बेलगच्छी गांव तथा बैसा प्रखंड के मालो पाड़ा पंचायत के डुमरिया गाव का निरीक्षण कर संभावित कटाव स्थल का जायजा लिया। बायसी प्रखंड के फोर लेन सड़क से सटे के एन पानीसदरा गांव जाकर उन्होंने परमान नदी के जलस्तर का मुआयना किए। उन्होंने इस गांव को नदी कटाव से बचाने के लिए किए गए
कटाव निरोधक कार्य का जायजा भी लिया। स्थानीय ग्रामीणों ने वहां कार्य की गुणवत्ता को लेकर शिकायत भी की। ग्रामीणों की शिकायत पर डीएम ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को इसकी जांच का आदेश दिया।
डीएम ने सीओ संजीव त्रिवेदी से बायसी क्षेत्र के कटाव प्रभावित गांव की जानकारी ली। बनगामा के मड़वा, खुटिया के सुरीगांव, हरिणतोड़, मझवा, नियामतपुर, मथुरापुर, मझवा पूर्वी एवं पश्चिम भाग, केएन पानीसदरा, नवाबगंज, चहट, गोटफर, फूलभाषा, चकला चन्द्रगामा, ताराबाड़ी, चनकी, मोहम्मदपुर, चरैया, डंगराहा,घोष मंझोक आदि गांव के कटाव प्रभावित होने की जानकारी दी गई। डीएम ने उक्त कटाव प्रभावित सभी गांव के स्थानीय दस लोगों का नाम एवं
मोबाईल नम्बर प्राप्त कार इनसे बराबर संपर्क में रहने का निर्देश दिया। उन्होंने एसडीओ को भी कटाव प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का निर्देश दिया।
डीएम ने यहां बाढ़ को लेकर तमाम तैयारी कर लेने का निर्देश दिया। उन्होंने
सरकारी नाव की मरम्मत करने का निर्देश दिया। उन्होंने नाव के परिचालन पर ध्यान रखने को कहा ताकि उस पर क्षमता से अधिक लोग सफर नहीं कर सकें। ताराबाड़ी पंचायत में सर्पदंश एवं जरूरत अनुसार दवाई उपलब्ध कराने की बात भी कही गई।
जिला पदाधिकारी ने अवैध मिट्टी कटाव करने वाले के विरूद्ध कार्रवाई करने को कहा। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी के साथ अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी सुनिल कुमार, सीओ संजीव त्रिवेदी,बीडीओ ललन कुमार चौधरी कार्यपालक अभियंता आदि उपस्थित थे।
बैसा से संस के अनुसार डीएम ने प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मालोपाड़ा पंचायत के ग्राम डुमरिया के करीब से गुजरने वाली कनकई नदी के जलस्तर एवं नदी कटाव का जायजा लिया। वहीं कनकई नदी के करीब स्थित प्राथमिक विद्यालय उफरैल जो कि कभी भी नदी कटाव की चपेट में आ सकता है, इसको लेकर डीएम ने ¨चता व्यक्त की। विद्यालय के कुछ ही दूरी पर काटे गए मिट्टी को लेकर संबंधित लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करने का आदेश जिला पदाधिकारी ने अधिकारियों को दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अगर कोई भी परिवार नदी कटाव के चपेट में आता है तो उन्हें फौरन राहत सामग्री पहुंचाया जाए। वहीं उन्होंने किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए अधिकारियों को चुस्त-दुरूस्त रहने को कहा। इस मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी मयंक कुमार ¨सह, अंचलाधिकारी विजय शंकर ¨सह, थानाध्यक्ष विधान चंद्र सहित , पीडब्ल्यूडी, आरडीडी के अधिकारी भी मौजूद थे।
अमौर से संस के अनुसार डीएम ने अमौर क्षेत्र के कनकई, महानंदा, दास, परमान एवं बकरा नदी में बाढ़ से होनी वाली कटाव को लेकर निरीक्षण किया। नितेन्दर पंचायत अंतर्गत परमान नदी से कटाव प्रभावित बेलगच्छी गांव का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कटाव को रोकने हेतु बाढ़ नियंत्रण अभियंता को आवश्यक निर्देश दिया कि जहां-जहां कटाव हो रहा है उसमें नियंत्रण हेतु आवश्यक कार्रवाई होनी है। साथ ही सीओ आरके शर्मा कटाव में निरोधी कार्य के लिए मजदूरों की सूची एवं गोताखोरों की सूची बनाकर जल्द से जल्द मुख्यालय में भेजने का निर्देश दिया। उन्होंने बाढ़ आने से पूर्व सारी तैयारी करने लेने का निर्देश दिया। इस अवसर पर समाहर्ता र¨वद्र नाथ, कार्यपालक अभियंता, जल संसाधन विभाग, बायसी एसडीओ सुनील कुमार, जनशिकायत पदाधिकारी अनिल कुमार, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कुमार आनंद, बीडीओ आरके शर्मा एवं राजस्वकर्मी मौजूद थे।