हास्य-व्यंग्य की बारिश में देर रात तक भींगते रहे श्रोता
पूर्णिया [सुशांत]। दैनिक जागरण द्वारा पूर्णिया के कला भवन में आयोजित हास्य कवि सम्मेलन में बाि
पूर्णिया [सुशांत]। दैनिक जागरण द्वारा पूर्णिया के कला भवन में आयोजित हास्य कवि सम्मेलन में बारिश के फुहार के बीच जमकर हास्य रंग बरसा। सभी कवियों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर उपस्थित श्रोताओं को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया, कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन कर रहे कवि गजेन्द्र सोलंकी ने भारत में पिछले दिनों उठे भारत विरोधी स्वर एवं इसका समर्थन करने वाले लोगों पर कविता, सदा करते जो अपमान भारत माता का अपमान, ऐसे देशद्रोहियों का नाश होना चाहिए, देश द्रोहियों का नाश करने के लिए हर भारतीय को पटेल सुभाष होना चाहिए, के जरिये जोरदार प्रहार किया। वहीं पदमश्री सुरेन्द्र दुबे ने भी भारत में रहकर भारत के विरोध ने बोलने वालों के साथ अपनी माटी की सभ्यता और संस्कार भूलते जा रहे लोगों मुंह पर अपने कविता जगे नहीं तो खो जायेगी भारत की पहचान बचा लो अपना हिन्दुस्तान कविता के जरिये जोरदार तमाचा मारा। डॉ. सुमन दुबे में सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरूआत में ही समा बांध दिया। कार्यक्रम स्थल पर तेज बारिश के बावजूद तय समय से पहले ही बड़ी संख्या में श्रोता पहुंचने लगे थे। कार्यक्रम प्रारम्भ होने से पहले ही कार्यक्रम स्थल श्रोताओं से भर गया था। कवि सम्मेलन का लुत़्फ उठाने ना सिर्फ पूर्णिया शहर बल्कि धमदाहा एवं बीकोठी से भी बड़ी संख्या में श्रोता आये थे, शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों से आये श्रोताओं ने कार्यक्रम की समाप्ति तक कविताओं का लुफ्त उठाते हुए कविताओं पर जमकर तालियां बजाई। इन श्रोताओं ने बताया की दैनिक जागरण न सिर्फ सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों को उठाकर समाज में चेतना लाने का काम करता है बल्कि समय समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित कर इस भाग दौड़ भरी ¨जदगी के बीच लोगों का स्वस्थ मनोरंजन कर मानसिक रूप से भी मजबूत बनाने का कार्य करता है। इसलिए आज दैनिक जागरण अखबार लगातार उंचाइयों को छू रहा है। सभी श्रोताओं ने कार्यक्रम के आयोजन को लेकर जागरण परिवार को धन्यवाद दिया।