परमान नदी के कटान में सात दर्जन घर विलीन
पूर्णिया। परमान नदी के कटाव से कई गांव व टोले का अस्तित्व मिटने के कगार पर है। वहीं सात
पूर्णिया। परमान नदी के कटाव से कई गांव व टोले का अस्तित्व मिटने के कगार पर है। वहीं सात दर्जन घर नदी में विलीन हो गए हैं। जिससे त्राहिमाम की स्थिति है। नदी के घटते-बढ़ते जलस्तर से कई नए स्थानों पर भी कटाव शुरू हो गया है। एक दिन के अंदर सोनापुर गांव के सात दर्जन से अधिक घर कटाव के भेंट चढ़ चुका है।
प्राप्त जानकारी अनुसार जलालगढ़ प्रखंड के एकम्बा एवं पीपरपैती पंचायत के एक घनी आबादी वाले सोनापुर गांव पर परमान नदी की नजर लग गई है। एक दिन के अंदर सोनापुर गांव के करीब सात दर्जन से अधिक फूस व ईंट छतदार मकान नदी की तेज कटाव से नदी में समा चुके हैं और कटाव की रफ्तार काफी तेज होते जा रही है।
लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल है। लोग अपने बचाव के लिए ऊंचे स्थानों पर पहुंच रहे हैं। नदी के जल का बहाव अधिक होने की वजह से पानी बहुत तेजी से फैल रहा है।
उधर परमान नदी के जलस्तर में भी लगातार बढ़ोतरी जारी है। कटाव की रफ्तार तेज की सूचना पर सोमवार को डीएम पंकज पाल, उपसमाहर्ता र¨वद्र ¨सह, डीडीसी रमाशंकर, सदर अनुमंडल पदाधिकारी र¨वद्र नाथ ¨सह, सदर डीएसपी राज कुमार साह, बायसी डीएसपी सुनीता कुमारी ने कटाव स्थल पर पहुंचे। वहीं डीएम पंकज पाल ने
अविलंब बांध सुरक्षा के बाबत सकारात्मक पहल करने का निर्देश दिया। बताया गया कि बांध के टूटने से पानी की चपेट में कई गांव आ गए हैं। पीड़ित परिवार को सुरक्षित स्थान पर शरण लेने का निर्देश दिया। ग्रामीणों ने डीएम को बताया कि देखते ही देखते परमान नदी के कटाव से 80 से अधिक घर कटाव की भेंट चढ़ चुका है। कल जहां हमलोग घर बना कर रह रहे थे आज वहां परमान नदी की तेज धारा बहती है। कटाव की तेज गति देख सोनापुर गांव के अधिकांश ग्रामीण अपना अच्छी खासी छतदार व ईंट फूस के घर को तोड़ कर उंचे स्थान की तलाश में पलायन करने लगे हैं।