नहर की सफाई पर लाखों हो रहे खर्च, नहीं पहुंच रहा खेतों में पानी
पूर्णिया। प्रखंड क्षेत्र के बेलौरी लालबाड़ी बड़ी नहर के 87 आरडी के समीप से निकली नहर की
पूर्णिया। प्रखंड क्षेत्र के बेलौरी लालबाड़ी बड़ी नहर के 87 आरडी के समीप से निकली नहर की सफाई के नाम पर एक बार फिर खानापूर्ति की जा रही है। नहर सफाई के नाम पर लाखों खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन उसका लाभ किसानों को नहीं मिल पाता है। नहर की खुदाई काफी गहरी की गई है। जबकि किसानों के खेत उससे ऊंचे हैं। ऐसे में किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाता है। नहर से छहर व नाला निकाल कर खेतों तक पानी पहुंचाया जा सकता है, लेकिन उसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है। 87 आरडी की उक्त शाखा से सतडोब, रानीपतरा, रामघाट, रजीगंज, मोतीनगर, फसिया, श्रीनगर, बिलरिया, दीवानगंज होते हुए रौतारा, पलटनिया तक माइनर निकाला गया है। इससे क्षेत्र के किसानों को उम्मीद थी कि उक्त माइनर से खेतों में ¨सचाई के लिए आसानी से पानी मिल सकेगा, लेकिन करीब दस साल बीत जाने के बाद भी इस नहर में पानी नहीं आ सका और नहर कई जगह पर टूट गई है। किसानों का कहना है कि नहरों की सफाई के नाम पर ठेकेदारों ने जेसीबी द्वारा कहीं-कहीं मात्र चार से पांच इंच मिट्टी हटाकर कार्य बंद कर दिया है। किसान घनश्याम मेहता एवं अशोक मंडल ने बताया कि प्रतिवर्ष थोड़ी-बहुत मिट्टी हटाकर नहर की सफाई के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है। जिससे किसानों को कोई फायदा नहीं मिल पाता है। किसान विनय साह, बैद्यनाथ यादव आदि ने इस योजना की जांच कर कार्रवाई की मांग की। इस संबंध में जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता गोपाल कुमार ने बताया कि अभी पानी को नहर के अंतिम छोर तक लेकर जाने के लिए नहर को साफ कराया जा रहा है। उसके बाद छहरों की भी मरम्मत कराई जाएगी।