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बीएनसी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य के घर से 15 मॉनिटर बरामद

पूर्णिया। बीएनसी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य के घर से धमदाहा पुलिस ने 19 कंप्यूटर मानीटर बरा

By Edited By: Published: Mon, 26 Sep 2016 09:22 PM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2016 09:22 PM (IST)
बीएनसी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य के घर से 15 मॉनिटर बरामद

पूर्णिया। बीएनसी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य के घर से धमदाहा पुलिस ने 19 कंप्यूटर मानीटर बरामद की है। मधुबनी टीओपी थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर मोहल्ला स्थित रामानंद ¨सह के घर सोमवार को धमदाहा थानाध्यक्ष अनमोल कुमार ने छापामारी की। छापामारी में एससीएल कंपनी की 19 कंप्यूटर मॉनिटर बरामद करते हुए बीएनसी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य को कागज प्रस्तुत करने को कहा गया। थानाध्यक्ष अनमोल कुमार के अनुसार रामानंद ¨सह अगर कंप्यूटर मानीटर खरीदारी का रसीद यानि कागज प्रस्तुत करते हैं तो रिलीज कर दिया जाएगा अन्यथा कालेज की संपत्ति मानकर जब्त कर लिया जाएगा।

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बीएनसी कालेज के पूर्व प्राचार्य रामानंद ¨सह पर आरोप है कि अपने कार्याकाल में श्री ¨सह कालेज की संपत्ति का निजी कार्यों में दोहन करते थे और कालेज के लिए खरीदे गए सामान अपने घर रखते हैं। कालेज के शासी निकाय के सचिव अशोक ¨सह ने इस मामले को लेकर 13 जून 2016 को धमदाहा कालेज में प्राथमिकी दर्ज कराया था जिसमें कालेज के सभी मूल अभिलेख और कालेज के नाम पर खरीदे गए दो एलईडी टीवी, कंप्यूटर, इनवर्टर, एक्वागार्ड व लेबोरेट्री विभाग के सामान गायब करने के आरोप तहत कांड संख्या 109/16 दर्ज किया गया था।

क्या है मामला ?

रामानंद ¨सह 15 जून 2006 से लेकर 01 दिसंबर 2015 तक बीएनसी कालेज धमदाहा के प्रभारी प्राचार्य थे। इनके कार्यकाल में लगातार बरती जा रही अनियमितता के मद्दनेजर शासी निकाय ने एक दिसंबर को इन्हें कार्यमुक्त कर दिया। नए प्राचार्य के पदभार ग्रहण करते ही पूर्व प्राचार्य के कारनामों की पोल एक-एक कर खुलने लगी। भारी अनियमितता पाए जाने के बाद शासी निकाय के सचिव अशोक ¨सह ने 18 मई 2016 को राज्यपाल के मुख्य सचिव, बीएनएमयू के कुलसचिव, पुलिस अधीक्षक पूर्णिया को पूर्व प्राचार्य के द्वारा की गयी धांधली के बावत पत्र लिखा था, जिसकी एक प्रतिलिपि धमदाहा को भी दी गयी थी। इसके बाद 20 मई 2016 को कालेज के मुख्य लिपिक ने उसी प्रतिलिपि के आधार पर धमदाहा थाने में गबन का मामला दर्ज कराने का आग्रह किया लेकिन तत्कालीन थानाध्यक्ष ने मामला दर्ज करने से इंकार किया। धमदाहा पुलिस द्वारा बार-बार इंकार करने के बाद सचिव अशोक न्यायालय की शरण में गए। सीजेएम ने मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए धमदाहा थानाध्यक्ष को तलब किया और मामला दर्ज नहीं करने का स्पष्टीकरण मांगा। न्यायालय की फटकार के बाद पूर्व प्राचार्य पर 13 जून 2016 को कालेज के सभी मूल अभिलेख गायब करने व लाखों रूपये मूल्य के कालेज के सामान गायब करने का मामला धमदाहा थाने में दर्ज किया गया था।


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