बच्ची की अचानक मौत से सदमे में है परिवार
पूर्णिया। शुक्रवार को आखिर क्या हुआ आठ वर्षीय बच्ची के साथ जिस कारण उसकी अचानक मौत हो
पूर्णिया। शुक्रवार को आखिर क्या हुआ आठ वर्षीय बच्ची के साथ जिस कारण उसकी अचानक मौत हो गई। यह सवाल बार-बार बच्ची के माता -पिता और सुनने वालों के दिमाग में घूम रहा है। स्कूल प्रशासन को छात्रा के इलाज के लिए भी मौका नहीं मिलना लोगों को चौंकाता है। अभिभावक राजीव कुमार झा के मुताबिक बच्ची आदिती रानी उर्फ एलिसा जब सुबह स्कूल जा रही थी तब बिल्कुल स्वस्थ्य थी। वह जब अपने दफ्तर पहुंचे तभी घर से फोन आया कि एलिसा बीमार पड़ गयी है और वह अस्पताल में है। जब वह अस्पताल पहुंचे तो बच्ची की लाश पड़ी थी। जाहिर है सहसा किसी के लिए यह विश्वास कर पाना मुश्किल था एक झटके में बच्ची को क्या हो गया। हालांकि स्कूल प्रशासन घर से लेकर आये टिफिन के खाने के बाद बेहोश होने की बात कह रहा है और अस्पताल ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गयी। लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि विषाक्त भोजन खाने से इतनी जल्दी छात्रा की मौत कैसे हो गयी। मुंह से झाग निकलने से विषाक्त भोजन या फिर जहर की बात ज्यादा तर्कसंगत प्रतीत होती है लेकिन इसके लिए पोस्टमार्टम के विसरा रिपोर्ट का इंतजार करना होगा। वहीं दूसरी ओर पुलिस द्वारा स्कूल बैग और टिफिन बॉक्स को जांच के दायरे में नहीं रखना अचरज में डालता है। जब स्कूल प्रशासन साफ तौर पर विषाक्त भोजन खाने की बात कहा रहा है तो स्कूल बैग को पुलिस द्वारा जब्त नहीं करना समझ के बाहर है जबकि टिपिन बॉक्स से एक बार खाया हुआ अमरुद भी बरामद हुआ है। वह भी परिजन के पास ही है। परिजन द्वारा भी स्कूल बैग को शिक्षिका से जबरन हासिल किया जाता है बजाय उसे पुलिस को सौंपने के उसे वे अपने पास रख लेते हैं। बच्ची फूफा के घर पर रहती थी उसके साथ उसका भाई आदिती राज भी रहता था। पिछले छह महीने पहले ही दोनों का नामांकन स्कूल में हुआ था। आदिती राज सेंट पिटर्स का छात्र है। छात्रा के पिता संजय कुमार आयुक्त कार्यालय में काम करते हैं और नियमित बनमनखी से आना-जाना करते है। घटना के बाद माता -पिता का बुरा हाल है वे बार -बार अपने बच्चे को वापस लाने की बात कह रहे हैं। के हाट थाना अध्यक्ष रंजन कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है इस मामले सभी से पूछताछ की जायेगी। बच्ची की मौत से अभी परिवार सदमे में है।