होगा फ्लाइओवर का निर्माण, नहीं लगेगा जाम
पूर्णिया। ट्रैफिक की समस्या से जिला वासियों को जल्द ही निजात मिलने वाली है। सरकार ने वैसे सभी चौक चौ
पूर्णिया। ट्रैफिक की समस्या से जिला वासियों को जल्द ही निजात मिलने वाली है। सरकार ने वैसे सभी चौक चौराहों की सूची मांगी है जहां जाम लगता है। वैसे सभी स्थलों पर लघु फ्लाइओवर का निर्माण किया जाएगा। साथ ही हैवी ट्रैफिक वाली संकरी सड़कों का चौड़ीकरण भी किया जाएगा। पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव ने जिला पदाधिकारी को 15 अप्रैल तक फ्लाइओवर निर्माण वाले स्थल और संकरी सड़कों की सूची की मांग की है ताकि उस पर कार्रवाई प्रारंभ की जा सके। जिला पदाधिकारी पंकज पाल ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार संबंधित अधिकारियों को निर्धारित समय के अंदर सर्वे रिपोर्ट देने को कहा गया है।
बढ़ रहे बाजार, सिकुड़ रही सड़कें
अंग्रेजी शासनकाल में सन 1864 ई. में पूर्णिया को नगरपालिका का दर्जा मिला और यहां शहरी बाजार का बेतरतीब विकास होने लगा। कालांतर में योजना एवं विकास के संचालन के लिए तत्कालीन सरकार ने 1911 में पूर्णिया को नगर निगम का दर्जा दिया। तब से यहां बाजारों का विकास जारी है, दुकानें बढ़ती जा रही हैं लेकिन सड़कें लगातार सिकुड़ती जा रही है, फुटपाथ नहीं बन रहे हैं और हर सड़क पर जाम यहां की नियति बन गई है।
जिन प्रमुख चौराहों पर लगता है जाम
बस स्टैंड का नाम सुनते ही लोगों के जेहन में जाम का दृश्य सामने आने लगता है। यहां शहर के बीच में स्थित बस स्टैंड में जाम से त्राहिमाम मचा रहता है। यत्र-तत्र बसों को सड़क किनारे व सड़क पर खड़ी कर यात्रियों को चढ़ाया और उतारा जाता है। दोनों लेन से आने वाली बसों को स्टैंड में घुसने के लिए सड़क पर मुड़ना पड़ता है। बस के अनियंत्रित संचालन से बस स्टैंड के क्षेत्र में दिनभर जाम की समस्या बनी रहती है।
आर एन साव चौक
आर एन साव चौक पर सुबह के नौ बजे से रात के नौ बजे तक जाम लगा रहता है। यह चौक शहर का हृदयस्थली कहलाता है। जिला मुख्यालय का मुख्य बाजार भट्ठा बाजार से लेकर समाहरणालय और कोर्ट-कचहरी जाने का यह प्रमुख चौराहा है। खासकर ऑफिस समय में यहां जबरदस्त जाम लगा रहता है। यहां पर ट्रैफिक थाना भी मौजूद है, बावजूद यहां हमेशा जाम लगा रहता है।
गिरिजा चौक पर रहता है दबाव
शहर के मुख्य चौराहे में शुमार गिरिजा चौक पर बड़े-छोटे वाहनों का अत्यधिक दबाव रहता है। गिरिजा चौक के चारों ओर अमूमन दिनभर जाम बरकरार रहता है। चौक से पोस्ट ऑफिस की ओर एक किलोमीटर तक बस, ऑटो, रिक्शा व अन्य वाहन का यत्र-तत्र परिचालन और सड़क किनारे अतिक्रमण से जाम लगा रहता है। ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए लगे सिपाही भी चौराहा के चारों ओर भाग-दौड़ कर परेशान रहते हैं फिर भी जाम की समस्या जस की तस बनी रहती है।
लाइन बाजार सबसे व्यस्ततम चौराहा
शहर में सबसे व्यस्ततम चौराहा लाइन बाजार चौराहा है। मेडिकल क्षेत्र होने के कारण यहां रोजाना पूर्णिया सहित अन्य जिलों से हजारों लोगों की आवाजाही लगी रहती है। चौराहे के आसपास सड़क पार्किंग जोन बना हुआ है। सड़क किनारे वाहनों को खड़ा किया जाता है। सिक्सलेन सड़क होने के बावजूद पार्किंग व अतिक्रमण के कारण सड़क संकीर्ण हो जाती है। इन समस्या पर प्रशासनिक स्तर पर कोई कदम नहीं उठाया जाता है।
मधुबनी बाजार में भारी अतिक्रमण
मधुबनी बाजार की मुख्य सड़क एनएच 107 जाम का मुख्य जोन बना हुआ है। अतिक्रमण के कारण सड़क दिन-प्रतिदिन सिकुड़ती जा रही है। मधुबनी बाजार होकर रोजाना सैकड़ों छोटे-बड़े वाहनों का परिचालन होता है। यहां जाम से निपटने के लिए प्रशासनिक स्तर पर किसी तरह की व्यवस्था नहीं रहने के कारण सड़क पर दिनभर जाम लगा रहता है।
कटिहार मोड़ सुबह से ही जाम
पूर्णिया से कटिहार की ओर जाने वाली सड़क यहीं से निकलती है। पूर्णिया बस स्टैंड से और बंगाल की ओर से आने वाली इस होकर कटिहार के लिए निकलती है। सुबह से लेकर शाम तक यहां जाम लगा रहता है।
खुश्कीबाग का हाल
खुश्कीबाग में रेलवे का ओवरब्रिज बना हुआ है। लेकिन यहां सड़क पर दोनों ओर बाजार लगता है जिस कारण यहां अक्सर जाम लगा रहता है।
गुलाबबाग में जाम है आम
गुलाबबाग उत्तर भारत की सबसे बड़ी मंडी है। यहां सीमांचल के सभी जिलों से व्यापारी गल्ला की खरीद-बिक्री करने पहुंचते हैं। बड़े-बड़े गोदाम इस क्षेत्र में हैं। जिस कारण अक्सर यहां जाम की समस्या बनी रहती है।
अगर उक्त स्थलों पर फ्लाइओवर का निर्माण कर दिया जाता है तो जाम की समस्या से लोगों को निजात मिल सकता है। सरकार के निर्देश बाद प्रशासन ने स्थल चयन का काम शुरू कर दिया है।