सड़क यातायात नियमों का पालन यात्रा को बनाता है सुरक्षित
पूर्णिया। अज्ञानता कई बार जानलेवा भी साबित होती है। सड़क पर वाहन दौड़ाने के दौरान यह बात काफी हद तक ला
पूर्णिया। अज्ञानता कई बार जानलेवा भी साबित होती है। सड़क पर वाहन दौड़ाने के दौरान यह बात काफी हद तक लागू होती है। यातायात देख रहे पुलिस पदाधिकारी रविश रंजन अपने अनुभव से बताते हैं कि देखा गया है कि अधिकांश सड़क दुर्घटना के पीछे नियमों में चूक की बात सामने आती है। उन्होंने बताया कि कई बार बड़े दुर्घटना में भी अगर मोटर साइकिल सवार ने हेलमेट पहन रखी है तो उनकी जान बच जाती है या फिर सीट बेल्ट बांध रखा है तो जान बच गई है। जब कोई नियमों को तोड़ता है यह उसके लिए ही नहीं अन्य लोगों के लिए भी उतना ही खतरनाक है। इसमें वह अपनी जान को तो जोखिम में डालता ही है दूसरे के जीवन के साथ भी खिलवाड़ करता है। नाबालिग को मोटर साइकिल और कार हांकते सड़क पर देखा जाता है। यहां तक कि बड़ी संख्या में नाबालिग आटो चालक सड़क पर आटो दौड़ाते दिखते हैं। अगर सवारी नाबालिग चालक द्वारा हांक रहे आटो पर बैठने से मना कर दें तो भी स्थिति में काफी बदलाव हो जाएगा। ऐसे चालक अन्य लोगों के लिए जानलेवा साबित होते हैं। सड़क पर निकलने से पहऐ सभी लोग यह तय करें कि यातायात नियमों का पालन जरुर करेंगे तो निश्चित रुप से मौत की संख्या में काफी कमी आ जाएगी। इसके लिए विभाग को चाहिए कि जागरुकता के माध्यम से लोगों की सोच में बदलाव किया जाय। जानकार इस बात जोर देते हैं कि
यहां यातायात नियम को पालन करने की संस्कृति ही विकसित नहीं हो पाई है। लोग यह समझने को तैयार नहीं हैं कि नियम पालन से ना केवल यातायात व्यवस्था का सुचारु संचालन होगा बल्कि हम अपनी और दूसरों की जान भी बचा सकते हैं। सड़क पर यातायात नियमों का पालन कर दुर्घटना में भारी कमी लाई जा सकती है और दुर्घटना होने पर भी जान जाने से बच सकती है। आंकड़े गवाह हैं कि यातायात नियमों का उल्लंघन दुर्घटना की बड़ी ?वजह है। जल्दी निकलने के चक्कर में गलत दिशा से चलना आम बात है। ऐसी आदत में बदलाव लाकर सड़कों पर होने वाली मौतों को कम किया जा सकता है। रविश रंजन ने बताया कि यातायात में अभी एक सब इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर की नियुक्ति की गई है और लगातार लोगों चलान काट नियमों के पालने के लिए प्रेरित किया जाता है। लोग जितना अधिक नियम का पालन करेंगे उतना ही सड़कों पर सुरक्षित यात्रा कर सकेंगे।