कोयली सिमरा में लगता है सरपंच न्यायालय
पूर्णिया। प्रखंड के ग्राम कचहरियों में कोर्ट लगने से यहां की आम समस्या दूर होती दिख रही है। जिसमें
पूर्णिया। प्रखंड के ग्राम कचहरियों में कोर्ट लगने से यहां की आम समस्या दूर होती दिख रही है। जिसमें खासकर जमीन-विवाद, पारिवारिक कलह आदि शामिल हैं। प्रत्येक शनिवार को कोयली सिमड़ा पश्चिम के पंचायत भवन में लगे ग्राम कचहरी के न्यायालय को देखकर ऐहसास होता है कि यह किसी जिला के न्यायालय से कम नहीं है। यहां एक बात देखने को मिली कि एक ओर जहां जज की कुर्सी पर सरपंच रतन मंडल विराजमान दिखे तो उनकी दाहिनी ओर सचिव सीमा देवी एवं न्यायमित्र पंकज कुमार ¨सह बैठे थे। बांयी ओर आरोपी खड़ा था तथा सामने कुर्सियों पर पंच सदस्य बैठी थीं। इस न्यायालय में मुख्य रूप से पुरानी नंदगोला गांव के उपेंद्र जायसवाल के दो पुत्रों प्रमोद एवं गोपाल जायसवाल के बीच जमीन विवाद था। इसे सुलझा लिया गया कि माता-पिता के भरण-पोषण के लिए जमीन का रकवा निर्धारित किया जाता है तथा बाकी बची जमीन में दोनों भाई आधा-आधा अपना हिस्सा लेंगे। बैंक का यदि कर्ज है तो वे आधा-आधा देनदार होंगे। इस फैसले को दोनों भाईयों ने खुशी-खुशी मान लिया। इस तरह के न्याय देखकर लोगों का ग्राम कचहरी पर विश्वास बढ़ा है तथा अपनी-अपनी समस्या को लेकर यहां लोग पहुंच रहे हैं। इस अवसर पर सरपंच श्री मंडल ने कहा कि वे पंच परमेश्वर को इस पंचायत में उतारना चाहते हैं, जिसमें उनके पंच एवं गणमान्य लोग सहयोग कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि वे धीरे-धीरे इस पंचायत को सभी के सहयोग से एक नई दिशा देने में कामयाब रहेंगे। इस अवसर पर पंच सुनीता देवी, लक्ष्मी देवी, पवन यादव, चंदन पासवान, सोनी देवी, प्रमोद मंडल, लक्ष्मी देवी, सुधीर मंडल, सोनी देवी, ¨पकी देवी, चंदा देवी, कला देवी, रानी देवी, मिष्टू देवी, परमानंद ठाकुर, शंभी साह आदि उपस्थित थे।