Move to Jagran APP

शौच मुक्त पंचायत के लिए सहभागिता जरुरी - डीएम

पूर्णिया। खुले में शौच मुक्त पंचायत बनाना किसी एक व्यक्ति के वश की बात है। इसके लिए पूरे समुदाय को ज

By Edited By: Published: Tue, 01 Dec 2015 06:47 PM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2015 06:47 PM (IST)
शौच मुक्त पंचायत के लिए सहभागिता जरुरी - डीएम

पूर्णिया। खुले में शौच मुक्त पंचायत बनाना किसी एक व्यक्ति के वश की बात है। इसके लिए पूरे समुदाय को जागरुक करने की जरुरत है। इसके लिए इन प्रशिक्षकों के अलावा पंचायत से ही कुछ नेताओं को चयनित कर इस अभियान को तेजी बढ़ाना होगा ताकि जल्द से लोगों के खुले में शौच के दुष्परिणामों को समझाया जा सके और उनके इस आदतों पर रोक लगाया जा सके। ये बातें जिलाधिकारी बाला मरुगन डी ने मंगलवार को स्थानीय हॉटल में आयोजित समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता विधि पर पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण के उद्घाटन के मौके पर कही। जिलाधिकारी ने कहा कि ये खुले में शौच की एक आदत और जागरुकता का अभाव है। इसका संबंध सोच से भी है। इसलिए लोगों को सोच में बदलाव बहुत जरुरी है। इसके लिए सामुदायिक स्तर पर प्रयास करना जरुरी है। उन्होने बंग्लादेश का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां 97 फीसदी लोग शौच के लिए शौचालय का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन भारत में हमलोग अबतक इस मामले उतनी प्रगति नहीं कर पाये हैं । इसलिए स्वच्छता अभियान की सफलता के लिए खुले में शौच मुक्ति को लेकर समूह स्तर पर प्रयास बहुत जरुरी है। इसके लिए प्रोफेशनल लोगों और प्रशिक्षित लोगों के अलावा स्वाभाविक नेता को समुदाय के बीच से चुनना जरुरी है। सभी साथ मिलकर करेंगे तभी लोगों में तेजी से जागरुकता संभव है। इस अभियान में सबकी सहभागिता सुनिश्चित होनी चाहिए। साथ हीं इसमें जो लोग भी जुड़े हैं उनको स्टाफ के तौर पर नहीं बल्कि सहयोगी की तरह व्यवहार किया जाना चाहिए क्योंकि इस मिशन की सफलता इनकी बदलौत ही संभव है। वहीं इस मौके पर उप विकास आयुक्त राम शंकर ने कहा कि इससे जुड़े लोग इसे रोजी रोटी के तौर नहीं ले बल्कि समाज सेवा समझे । इसके लिए कृत संकल्पित होना जरुरी है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, लोहिया स्वच्छता योजना अंतर्गत पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण पांच दिसम्बर तक चलेगा।

loksabha election banner

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण लोहिया स्वच्छता योजना अंतर्गत पूरे राज्य को खुले में शौच मुक्त बनाने के उद्देश्य हेतु सभी जिले में प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण बिहार राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन पटना के निदेशानुसार युनिसेफ के सहयोग से फीडबैक फाउण्डेशन द्वारा कराया जा रहा है। इसी क्रम में सोमवार को उद्घाटन कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें पूर्णिया से 17, अररिया से 10, कटिहार से 10 किशनगंज से 9 बेगुसराय से 5 एवं पटना से 5 प्रतिभागी को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें प्रायोगिक तौर पर के . नगर प्रखंड के गोआसी पंचायत को खुले में शौच मुक्त बनाया जायेगा। प्रशिक्षण के उपरांत ये प्रशिक्षक अपने -अपने जिला में खुले में शौच मुक्त गांव पंचायत बनाने हेतु समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता विधि द्वारा लोगों को टीग¨रग करके खुले में शौच से होने वाले दुष्परिणाम को बतायेंगें ताकि लोग खुले में शौच की प्रवृत्ति से शर्म महसूस करे और अपने - अपने घरों में शौचालय का निर्माण कराये एवं उसका उपयोग करें ताकी पंचायत, गांव, प्रखंड, जिले को खुले में शौच मुक्त बनाया जा सके। शेष इस प्रशिक्षण में युनिसेफ के सहयोग से फीडबैक फाउंडेशन का मास्टर ट्रेनर द्वारा पांच दिनों तक प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी बाला मरुगन डी, उप विकास आयुक्त रामशंकर, निदेशक पीएमयू मो. सादुल्लाह जावेद, कार्यपालक अभियंता पीएचडी परमानंद प्रसाद, सहायक अभियंता मुकेश, सौरभ, अबोध कुमार, जिला समन्वयक रंजन बैठा, समन्वयक विपिन, राजेश कुमार, रुपक ¨सह, रोहित, निखिल कुमार प्रखंड समन्यवयक राजेश कुमार रौशन उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.