अबतक पटरी पर नहीं लौटी है शिक्षण व्यवस्था
पूर्णिया। बेपटरी हो चुकी विद्यालय की गाड़ी अब तक सुचारू रूप से संचालित नही हो पा रहा है। चुनाव से दो
पूर्णिया। बेपटरी हो चुकी विद्यालय की गाड़ी अब तक सुचारू रूप से संचालित नही हो पा रहा है। चुनाव से दो माह पूर्व शिक्षक के चुनाव कार्य में व्यस्त रहने के कारण विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति बिल्कुल कम हो गई। चुनाव के बाद दीवाली, छठ तक विद्यालय बंद रहा। विद्यालय खुलने के बाद अब बच्चे विद्यालय आना ही नही चाह रहे है। कई माह तक इनकी दिनचर्या से विद्यालय समाप्त हो जाने के कारण अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय अवधि के समय धान कटनी या खेती के अन्य काम के लिए भेज देता है। बच्चों की उपस्थिति नही रहने के कारण शिक्षक भी विद्यालय में उपस्थित नहीं रहते हैं। यही हालत में मल्हरिया पंचायत के कई विद्यालय को देखा गया। विद्यालय भ्रमण के लिए पहुंचे समन्वयक फिरोज आलम भी इस बात से परेशान थे। मध्य विद्यालय विषहारी एवं इसी विद्यालय में संचालित पश्चिम टोला विषहारी में कुल चौदह शिक्षक कार्यरत है। जिसमें मात्र तीन ही थे। दोनो विद्यालय मिलाकर नामांकित बच्चे सात सौ हैं परन्तु बच्चों की उपस्थित करीब पचास ही थी। मध्य विद्यालय विषहारी के शिक्षक नरेन्द्र राम दुर्गापूजा की छुट्टी पर जाने के बाद से अब तक नही लौटे। बिना सूचना के कई शिक्षक गायब रहने की बात प्रधान रेहाना खातून द्वारा कही गई। प्राथमिक विद्यालय सकरबलिया में नामांकित 235 बच्चे में मंगलवार को केवल दो बच्चे एवं पांच शिक्षक में दो शिक्षक रहबरे इसलाम एवं रीना कुमारी ही थी। एक शिक्षक शंकर कुमार राम के विद्यालय कभी कभार आने की बात प्रधान ने कही। बताया गया कि माह में एक दो दिन आकर ये पूरी माह का उपस्थिति बना लेते हैं। समन्वयक ने विद्यालय की इस हालत को लेकर कार्रवाई की बात कही। पा्रथमिक विद्यालय चौन टोला में नामांकित 244 बच्चे में केवल 44 बच्चे थे। समन्वयक ने बताया कि सभी विद्यालय की स्थिति की रिपोर्ट लिखित रूप से वरीय अधिकारी को सौंपी जाएगी।