पंचवटी के प्रसिद्ध वैद्य लक्ष्मी रजक का निधन
पूर्णिया। लगभग 70 वर्षों से कुत्ता काटने का मुफ्त ईलाज जड़ी-बूटियों से करने वाले डिमिया छतरजान पंचायत
पूर्णिया। लगभग 70 वर्षों से कुत्ता काटने का मुफ्त ईलाज जड़ी-बूटियों से करने वाले डिमिया छतरजान पंचायत के पंचवटी गांव के प्रसिद्ध वैद्य लक्ष्मी रजक ने बुधवार को प्रात: अंतिम सांस ली। वे 85 वर्ष के थे। उन्होंने कुत्ते काटने की अचूक दवा देकर मुफ्त ईलाज से काफी प्रसिद्धि हासिल की। आस पास के क्षेत्र ही नहीं बल्कि कई जिलों से इनके यहां ऐसे मरीज आते थे और सिर्फ एक खुराक दवा से ठीक भी हो जाते थे। कई बार दिल्ली से भी इनके यहां इलाज कराने मरीज पहुंचे थे। आज इन्हीं के इस काम से उनके गांव का नाम पंचवटी भी पड़ा। उनके निधन की सूचना पाते ही भाजपा मंडल अध्यक्ष अंगद मंडल उनके परिजनों से मिले और उसे सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि लोगों ने एक बहुत ही अच्छे वैद्य को खो दिया है जिसकी भरपाई अब संभव नहीं है। वहीं डिमिया पंचायत के मुखिया सुनिता देवी ने कहा कि वैद्य लक्ष्मी रजक लोगों का मुफ्त ईलाज करते थे और क्षेत्र में उनका नाम प्रसिद्ध है और अमर रहेगा। उनके निधन पर पैक्स अध्यक्ष यशवंत कुमार यादव, उपमुखिया अशोक रजक, जीवछ चौधरी, अनिल महलदार, मंटु पंडित, विनोद महलदार, पंकज पाल, शोभेलाल यादव, तुलसी महतो, अमित ¨सह आदि ने शोक व्यक्त किया है।