कॉलेज की जमीन पर जमीन माफियाओं की नजर
पूर्णिया। प्रखंड में भूमाफियाओं का कहर दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। वहीं अंचल तथा स्थानीय पुलिस प्रशास
पूर्णिया। प्रखंड में भूमाफियाओं का कहर दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। वहीं अंचल तथा स्थानीय पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बन तमाशा देखने में लगे है। इसी खामी का फायदा उठाकर भू-माफिया कसबा के एमएल आर्य कॉलेज की सैंकड़ों एकड़ जमीन को हड़पने के चक्कर में है। इसी मामले को लेकर कॉलेज प्रशासन द्वारा बुधवार को कॉलेज की पूरी भूमि का सीमांकन कर उसपर पीलर गाड़वाया जा रहा था कि कुछ लोगों ने इनका विरोध करते हुए कार्य को रोक दिया। विरोध कर रहे लोगों ने इस दौरान कॉलेज कर्मियों से हाथापाई भी की। बाद में पुलिस तथा अंचलाधिकारी के पहुंचने पर मामले को शांत किया गया। विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि कॉलेज प्रशासन जिस जमीन पर पीलर लगा रहा है वह जमीन कॉलेज की नहीं बल्कि हमलोगों ने जमींदार से ली है जो खतियानी जमीन है। वहीं इस मामले को लेकर एमएल आर्य कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मो. कमाल ने कहा कि कॉलेज को अपनी सैंकड़ों एकड़ जमीन है जिसके कुछ हिस्सों पर कुछ असामाजिक तत्वों ने कब्जा जमा रखा है। कॉलेज की जमीन को अतिक्रमणमुक्त करने को लेकर सदर अनुमंडलाधिकारी को आवेदन दिया गया था। सदर अनुमंडलाधिकारी के आदेश पर अंचलाधिकारी कसबा ने सरकारी अमीन से नापी करवाई। इसी नापी के तहत कॉलेज की पूरी भूमि का सीमांकन कर उस पीलर लगवाया जा रहा था कि इसी बीच कुछ लोगों ने इनका विरोध करते हुए पीलर गड़वाने के कार्य को रोक दिया। विरोध कर रहे लोगों ने इस दौरान कॉलेजकर्मियों से हाथापाई भी की। उन्होंने कहा कि जो स्थिति उत्पन्न हो रही है उससे किसी बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है। वहीं घटना की सूचना पर पहुंचे अंचलाधिकारी अमन कुमार वर्मा तथा कसबा थाना के पुअनि. रवि कुमार चौधरी के समझाने तथा गुरूवार को दोनों पक्षों के कागजात देखने के बाद ही पीलर लगाने की बात पर सहमति बनी। वहीं शांति बहाल करवाने में भाजपा नेता मनोज मोदी, मुखिया देवनारायण चौरसिया, बमबम साह के आलावा प्रो. केके ¨सह, प्रो. शिवानंद साह, प्रो. मनोज ¨सह, प्रो. वसी अहमद, प्रो. सिकंदर ¨सह आदि सक्रिय थे।