केन्द्र सरकार के विरोध में राजद बंद का पूर्णिया में व्यापक असर
पूर्णिया। केन्द्र सरकार द्वारा आर्थिक, सामाजिक व जातीय जनगणना रिपोर्ट प्रकाशित नहीं किए जाने के विरो
पूर्णिया। केन्द्र सरकार द्वारा आर्थिक, सामाजिक व जातीय जनगणना रिपोर्ट प्रकाशित नहीं किए जाने के विरोध में राजद के बिहार बंद का पूर्णिया में व्यापक असर रहा। राजद की ओर से पूर्व में ही बंद की घोषणा कर दिये जाने से सोमवार को स्वत: स्फूर्त सभी दुकानें बंद रही। दूध व दवा की दुकानें भी बंद रही। सड़कों पर यात्री वाहन भी नहीं चले। सुबह से ही राजद कार्यकर्ता सड़क पर आ गये जिससे वाहन रोड से गायब हो गये। हालांकि वाहन बंद रहने से राहगीरों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। बंद का असर जिला मुख्यालय सहित गुलाबबाग मंडी और फोर लेन एनएच पर भी देखा गया। एनएच-31, एनएच-57 और एनएच-107 पर सड़क किनारे वाहनों की लंबी कतार लगी रही। बंद को सफल बनाने में विधायक हाजी अब्दुस सुब्हान, जिलाध्यक्ष आलोक कुमार, प्रदेश महासचिव कमल किशोर यादव, छोटू सिंह आदि सक्रिय भूमिका निभा रहे थे।
सुबह से ही राजद के कार्यकर्ता अलग-अलग टोली में बंटकर विभिन्न सड़कों पर चले गये तथा बाजार और यातायात बंद करा दिया। कार्यकर्ता सुबह में बस स्टैंड में वाहनों का परिचालन बंद करा दिया। जिसके बाद शहर के मुख्य चौराहा आरएन साव चौक को गाड़ियों को आड़े-तिरछे खड़ी कर वाहनों का परिचालन ठप कर दिया। कार्यकर्ता मोटर साइकिल पर सवार होकर लगातार चक्कर काट रहे थे। जीरो माइल गुलाबबाग में सुबह में ही बायसी विधायक हाजी अब्दुस सुव्हान, कमल किशोर यादव एवं छोटू सिंह ने मोर्चा संभाल लिया तथा एनएच-31 और एनएच-57 पर वाहनों का परिचालन ठप करा दिया। वहां कई किलोमीटर तक वाहन सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई थी। इसके अलावा प्रखंड व अनुमंडल मुख्यालय में भी बंद असरदार रहा। वहां भी व्यवसायियों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद रखी थी। जिला मुख्यालय से एक भी बड़ी वाहन यात्रियों को लेकर रवाना नहीं हुई।
सुबह से राजद कार्यकर्ता अलग-अलग टोली में मोटर साइकिल पर सवार होकर सड़कों पर उतर आए। केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जगह-जगह सड़क जाम कर दिया गया। स्थानीय आरएन साव चौक पर चारो ओर से बड़े वाहन इस तरह से खड़े कर दिए गए कि साइकिल तक को निकलना मुश्किल हो रहा था। गिरजा चौक व फोर्ड कंपनी चौक पर भी जाम लगा यातायात ठप किया गया था। मरंगा एवं जीरो माइल पर हाइवे 31 एवं 57 को पूरी ठप कर कर दिया गया था। इन सड़कों पर वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। वहीं हाल पूर्णिया-सहरसा हाइवे 107 की थी। बंदी को लेकर पूरे शहर में कोई भी दुकान नहीं खुली थी। गुलाबबाग व खुश्कीबाग मंडी में भी व्यवसायिक करोबार नहीं हुए। वही हाल यात्री वाहनों की रही। पूर्णिया बस स्टाप सन्नाटा पसरा रहा। इस दौरान नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने आर्थिक सामाजिक एवं जातीय जनगणना के रिपोर्ट को प्रकाशित नहीं किया है। इसे राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने गंभीरता से लिया है। पार्टी का मानना है कि जब तक जातीय जनगणना प्रकाशित नहीं होगी भारत के गरीब, पिछड़े, दलित एवं अल्पसंख्यक समुदाय के सही तस्वीर का पता नहंी चल पाएगा। केंद्र की भाजपा सरकार इस पर गंभीर नहीं है। बंद कराने में राजद के जिला अध्यक्ष आलोक यादव, विधायक अब्दुल सुबहान, जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार दास, नीरज सिंह उर्फ छोटू सिंह, सबीर आलम, सबी अहमद, प्रदेश महासचिव कमल किशोर यादव, राजेंद्र यादव, सुबोध यादव, प्रो. आरडी पासवान, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सहदेव प्रसाद मंडल, युवा राजद के जिला अध्यक्ष मनोज कुमार, महिला राजद के जिला अध्यक्ष सुशीला भारती, प्रदेश सचिव रेणु यादव, किसान प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष अखिलेश मेहता, रूस्तम खां, बबलू गुप्ता, महानगर राजद अध्यक्ष पिंकू यादव, युवा राजद जिला महासचिव प्रो. मनोज कुमार, शंकर ब्रह्माचारी, योगेंद्र यादव, तारानंद विश्वास, देवनाथ यादव, अजय साह आदि की भूमिका सराहनीय रही। इधर धर्म निरपेक्ष सेवक संघ भी बंद को समर्थन दिया और राहुल यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ता टोलियों में घूम रहे थे। बंद को लेकर पुलिस भी सजग थी। वज्र वाहन पूरे शहर का चक्कर लगा रही थी। बंद के दौरान कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।