बायसी के ककहड़वा गांव के डायरिया का प्रकोप
पूर्णिया। प्रखंड के मल्हरिया पंचायत के ककहड़वा गांव में डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इस गांव के
पूर्णिया। प्रखंड के मल्हरिया पंचायत के ककहड़वा गांव में डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इस गांव के घर-घर में डायरिया का रोगी है। सोमवार की शाम से डायरिया इस गांव में फैल गया। बच्चे, बूढ़े, जवान सभी डायरिया के चपेट में आ गए। रात्रि को सरकारी चिकित्सा व्यवस्था मुहैया न होते देख लोग जहां-तहां इलाज के लिए रात भर जाते रहे। लोग रतजगा कर सुबह का इन्तजार करते रहे। सुबह तक गांव के मंजूर की पत्नी नासमा, गोलाम मोहम्मद की स्थिति काफी बिगड़ गई। उसे खटिया पर लादकर मुख्य सड़क तक लाया गया। जहां से उसे जिला मुख्यालय इलाज के लिए लाया गया। सूचना पाकर केयर इंडिया के डीपीओ अंजुम गुल्वेज, विकास कुमार, जयन्त कुमार एवं बीसीएम सतीश कुमार मंगलवार की सुबह जांच के लिए ककहड़वा गांव पहुंचे। करीब ग्यारह बजे दिन से प्राथमिक विद्यालय ककहड़वा गांव में रोगियों का इलाज आरंभ किया गया। स्थिति यह थी कि विद्यालय के दो कमरे में डायरिया रोगियों की भीड़ जमा हो गई। रोगियों के इलाज के लिए पीएचसी के एक चिकित्सक डा.अहमद हसन वहां पहुंचे। लेकिन तीन बजे के बाद वे वहां से निकल गए। दर्जन भर से अधिक संख्या में डायरिया रोगियों का इलाज केवल एक एएनएम प्रियंका कुमारी के जिम्मे थी। चिकित्सक नही रहने के कारण लोगों के बीच उहापोह की स्थिति थी। मंगलवार की देर शाम तक फरहाना पति अ.वहाब, साकीर आलम उम्र 10 वर्ष, नूर जबी उम्र 3 वर्ष, रोशनी पति कुर्बान, इसरत पति उबेद अली, मंजी पिता आविद, साबरी उम्र 5 वर्ष, फुगिया पिता स्व.फरीद, अरबीना उम्र 6 साल पिता मुस्ताक, नगमा उम्र 10 वर्ष पिता नजाम, मुसलिम, महबूब, कौशरी, नवाजिस, कलाम उम्र 5 वर्ष पिता मुस्ताक इलाजरत थे। बताते चले कि इस गांव में चारों ओर गंदगीे का अंबार है। पूरे गाव का रास्ता कीचड़मय है। केयर इंडिया के सदस्यों ने बताया गया कि बुधवार को गांव में एक बैठक की जानी है। डायरिया को रोकथाम के लिए जो भी उपाय संभव हो सकेगा किया जाएगा।