प्रेम प्रसंग के कारण हत्या छह को उम्रकैद
पूर्णिया। विधवा औरत के एकमात्र सहारा पुत्र को प्रेम प्रसंग के कारण घर से षडयंत्र करके बुलाकर लाठी-ड
पूर्णिया। विधवा औरत के एकमात्र सहारा पुत्र को प्रेम प्रसंग के कारण घर से षडयंत्र करके बुलाकर लाठी-डंडा से मारपीट कर व दबिया से सिर पर मारकर लोगों के सामने हत्या कर देने के एक मामले में सजा दी गई है। इस मामले में द्वितीय अपर जिला जज ने सत्रवाद विचारण संख्या-1069/11 के तहत कुल छह अभियुक्तों मनीष महतो, इनके पिता रामबली महतो, शंकर यादव, नवल किशोर महतो, अनिल महतो और दासो महतो को कठोर आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसमें अभियुक्त मंटु महतो एवं नवल किशोर महतो प्रत्येक को 50 हजार जुर्माना और जुर्माना नहीं देने पर तीन वर्ष अधिक कैद वहीं अन्य सभी अभियुक्तों को 20 हजार जुर्माना तथा जुर्माना नहीं चुकाने पर एक वर्ष कैद की सजा सुनाई गई है। जुर्माना राशि प्राप्त होने पर मृतक योगेंद्र महतो की मां सूचिका प्रमोद देवी को जीविकोपार्जन के लिए देने का निर्देश दिया गया है।
उपलब्ध तथ्य के अनुसार घटना तिथि 26 जून 2011 को शाम साढ़े पांच बजे सूचिका प्रमोद देवी का पुत्र घर पर बैठा था। तभी शंकर यादव घर पर आया और बोला चलो घर पर कुटुम्ब आया है। थोड़ी दूर जाने पर मनीष महतो पकड़ लिया। अभियुक्तगण लाठी-डंडा से मारकर रोड पर गिरा दिया। मंटु महतो दबिया से सिर पर मारा तब सूचिका का पुत्र दम तोड़ दिया। घटना का कारण एक आरोपी की लड़की से प्रेम प्रसंग बताया गया है।