होम गार्ड जवानों की हड़ताल, ट्राफिक व्यवस्था का बुरा हाल
पूर्णिया, जासं.: होमगार्ड जवानों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से शहर की ट्राफिक व्यवस्था चरमरा
पूर्णिया, जासं.: होमगार्ड जवानों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से शहर की ट्राफिक व्यवस्था चरमरा गई है। आलम यह है कि अभी मात्र 6 जवानों के जिम्मे पूरे शहर की यातायात व्यवस्था है। शहर का मुख्य चौराहा आरएन साव चौक हो या गिरिजा चौक अथवा लाइन बाजार चौक, हर जगह कभी भी जाम लग जाता है। आगे निकलने के चक्कर में वाहन आड़े-तिरछे खड़े हो जाते हैं और लग जाता है जाम। खासकर सुबह में ऑफिस टाइम और शाम में चौराहों पर अधिक जाम लग रहे हैं। ट्राफिक प्रभारी रविश रंजन कहते हैं कि पूरे जिले में मात्र 6 जवान ही ट्रैफिक ट्रेंड हैं बाकि व्यवस्था होम गार्ड जवानों के सहारे ही चलता है। लेकिन उनके हड़ताल पर चले जाने से यातायात व्यवस्था संभालना मुश्किल हो रहा है।
ट्राफिक पुलिस की कमी के मद्देनजर यातायात व्यवस्था की कमान होमगार्ड जवानों के कंधे पर ही है। अधिकांश चौक चौराहों पर ट्रैफिक कंट्रोलिंग का काम होमगार्ड ही संभालते हैं।
लेकिन उनके हड़ताल पर चले जाने के कारण सबसे अधिक असर इसी व्यवस्था पर पड़ी है। ज्ञात हो कि रिक्त स्थायी तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय पदों पर शत प्रतिशत गृह रक्षकों का समायोजन उम्र सीमा दरकिनार कर वरीयता के आधार पर करने, गृह रक्षकों की आयु सीमा साठ वर्ष करने एवं जीवन यापन भत्ता एक मुस्त तीन लाख देने, बढ़ती महंगाई को देखते हुए दैनिक भत्ता पांच सौ रूपया तुरंत लागू करने एवं आकस्मिक दुर्घटना की अवस्था में मृत गृह रक्षकों के आश्रित को दस लाख का अनुदान देने की मांग को लेकर होमगार्ड जवान अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं। जिसका सबसे अधिक प्रभाव शहर की यातायात व्यवस्था पर पड़ा है। ट्रैफिक व्यवस्था संभालने वाले उक्त जवान बुधवार को खुद सड़क पर धरना देकर यातायात बाधित कर दिया जिससे काफी देर तक शहर में गाड़ियां रेंगने की स्थिति में पहुंच गई। खासकर शहर के हर्ट आरएन साव चौक पर पहले निकलने की होड़ में अक्सर जाम लग जाता है। हालांकि पुलिस यातायात दुरूस्त करने में जुटी है लेकिन लगता है जवानों की हड़ताल टूटने तक शहर वासियों को ट्राफिक समस्या से दो चार होना पड़ेगा।