जनता परिवार के विलय से जेपी का सपना होगा साकार : सांसद
जागरण संवाददाता, पूर्णिया : भारत का इतिहास एक बार फिर अपने आप को दोहरा रहा है। जनता परिवार का विलय इ
जागरण संवाददाता, पूर्णिया : भारत का इतिहास एक बार फिर अपने आप को दोहरा रहा है। जनता परिवार का विलय इस दिशा में एक ऐतिहासिक फैसला है। समाजवादियों के एकजुट होने से यह स्पष्ट हो गया है कि जेपी का सपना अवश्य साकार होगा और फिर देश में जनता की सरकार कायम होगी। आगामी विस चुनाव में यह गठबंधन भाजपा को नेस्तनाबूद कर देगा। जनता परिवार के विलय पर पूर्णिया के सांसद संतोष कुमार कुशवाहा अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे।
सांसद श्री कुशवाहा ने कहा कि जनता परिवार एक बार फिर एक प्लेटफार्म पर आ गया है। इससे पूर्व महान स्वतंत्रता सेनानी लोकनायक जयप्रकाश के नेतृत्व में सभी समाजवादी एकजुट हुए थे तो तो देश का नजारा ही बदल गया था। एक बार फिर सभी समाजवादी एक साथ खड़े हैं तो जनता की नजरें उन पर टिक गई हैं। इस गठबंधन का सबसे अधिक प्रभाव आगामी विस चुनाव में पड़ेगा। बिहार में होने वाले विस चुनाव में इस गठबंधन के समक्ष कोई भी दल टिक नहीं पायेंगे। सांसद श्री कुशवाहा ने कहा कि भले ही लोगों को गुमराह कर केंद्र में भाजपा सरकार बनाने में कामयाब हो गई हो लेकिन विस चुनाव में इस महागठबंधन के समक्ष उनकी एक नहीं चलने वाली है। सांसद ने कहा कि खासकर बिहार में अब भाजपा का रास्ता बंद हो गया है। छह दलों के तपे-तपाये नेताओं ने काफी सोच समझ कर महागठबंधन बनाया है। गठबंधन में सभी दल समाजवादी विचारधारा वाले हैं तथा धर्मनिरपेक्ष राजनीति के पक्षधर हैं। इसलिए यह गठबंधन आम लोगों के हित वाली नीतियां तैयार करेगी। यह गठबंधन कारपोरेट घरानों के इशारे पर सरकार चलाने वालों पर विराम लगायेगी तथा गरीबों के लिए सही मायने में अच्छे दिन की शुरूआत करेगी।
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विलय को जदयू-राजद ने सराहा तो भाजपा ने नकारा
पूर्णिया: जनता परिवार के विलय का जदयू के अध्यक्ष शरद यादव ने बुधवार को एलान कर दिया। नई पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव बनाये गये हैं। हालांकि नई पार्टी के नाम, झंडा और चुनाव चिन्ह अभी तय नहीं किए गए हैं। इसके लिए कमेटी का गठन किया गया है जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, लालू प्रसाद यादव, ओम प्रकाश चौटाला, शरद यादव एवं कमल मुनारिक को शामिल किया गया है। इधर, विलय पर मुहर लगने के साथ ही पक्ष विपक्ष में बयानों के तीर चलने लगे हैं। राजद-जदयू के नेता जहां पक्ष में तो भापजा नेता इसे अवसर वाद की राजनीति बताने लगे हैं।
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नेताओं का विलय हुआ है वोटरों का नहीं : ऋषिदेव
फोटो: 15 पीआरएन-3
पूर्णिया : बनमनखी के भाजपा विधायक कुष्ण कुमार ऋषिदेव कहते हैं कि यह विलय अवसरवादी राजनीति की पहचान है। यह सिर्फ नेताओं का विलय है, वोटरों को इससे कोई लेना देना नहीं है। विधायक श्री ऋषिदेव कहते हैं कि आगामी विस चुनाव के मद्देनजर यह गठबंधन बनाया गया है, जनता इसे समझ चुकी है। भाजपा पर इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा, बिहार में भाजपा को सरकार बनाने से यह गठबंधन रोक नहीं पायेगा। उन्होंने बताया कि जिस पार्टी के विरोध की बुनियाद पर दूसरी पार्टी का जन्म हुआ, उसके नेता के हाथ मिला लेने से कार्यकर्ता अथवा जनता एकजुट नहीं हो सकती। जनता अब परिपक्व हो चुकी है।
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रिकार्ड बहुमत से सत्ता में आएगा गठबंधन : हाजी सुब्हान
फोटो : 15 पीआरएन-4
पूर्णिया : यह महागठबंधन रिकार्ड बहुमत से बिहार में सत्ता में आएगा। बिहार में सिर्फ लालू प्रसाद और नीतीश कुमार ही जनाधार वाले नेता हैं। जब ये दोनों नेता एक प्लेटफार्म पर आ गये हैं तो दूसरी ओर कोई नहीं बच जाता है। वे कहते हैं कि महागठबंधन में सभी समाजवादी विचारधारा के नेता शामिल हैं, जनता को इससे काफी अपेक्षाएं हैं। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में राजद-जदयू एवं गठबंधन में शामिल अन्य पार्टियों के समक्ष शेष दल फिसड्डी साबित होंगे। भाजपा का पत्ता पूरी तरह साफ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी का जादू अब समाप्त हो चुका है। जिस तरह दिल्ली में केजरीवाल ने भाजपा को नेस्तनाबुद कर दिया वहीं हश्र बिहार में गठबंधन के सामने भाजपा का होगा। विधायक हाजी सुब्हान ने आशा जताया है कि महागठबंधन के नेतृत्व में बिहार एक बार फिर जेपी का इतिहास दोहराएगा।
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भाजपा से डर गई है विपक्षी पार्टियां : सबा जफर
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पूर्णिया : मोदी के नेतृत्व में भाजपा का चले विजय रथ से विपक्षी पार्टियां घबरा गई हैं। उसी भय से सभी दल एकजुट हुई है लेकिन ये एकजुटता स्थायी नहीं रहने वाली है। विधानसभा चुनाव के बाद इसके सभी नेता अपनी डफली अपना राग सुनाने लगेंगे।
जनता परिवार के विलय पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा विधायक सबा जफर ने कहा है कि भाजपा के समक्ष यह गठबंधन नहीं टिक पाएगा। क्योंकि जनता इनकी चाल समझ चुकी है। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा के डर से ये पार्टियों के नेताओं ने हाथ मिलाया है। जबकि आजतक इन दलों के नेता एक-दूसरे का विरोध करते रहे हैं। चुनाव के बाद इन दलों के नेता फिर सिरफुटौव्वल में जुट जाएंगे। इसलिए इस चुनाव में जनता भाजपा के साथ जाएगी ना कि अन्य दलों के साथ। इस बार बिहार में भाजपा की सरकार बनना तय है।