आम बजट की मांग, सस्ता हो रोटी कपड़ा और मकान
पूर्णिया, जागरण संवाददाता : 28 फरवरी को आने वाली आम बजट में लोगों की निगाहें महंगाई पर टिकी है। बीते
पूर्णिया, जागरण संवाददाता : 28 फरवरी को आने वाली आम बजट में लोगों की निगाहें महंगाई पर टिकी है। बीते वर्षो में कमर तोड़ महंगाई से त्रस्त लोग टकटकी लगाए हैं कि इस आज बजट में महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए क्या-क्या कदम उठाए जाएंगे और आम आवाम को किस वस्तु पर फौरी राहत प्रदान की जाएगी। अधिकांश लोगों का यही मानना है कि कम से कम रोटी, कपड़ा और मकान आसानी से उपलब्ध हो जाय। मध्यम वर्गीय ने विलासिता वस्तुओं के दामों में कमी की अपेक्षा इस बजट में जताई है।
आम बजट पर लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रिया दी। स्थानीय आदर्शनगर मोहल्ला निवासी राहुल कुमार का कहना है कि इस आम बजट में खाद्य पदार्थो के दामों में कमी अति आवश्यक है। महंगाई इस कदर हावी है कि गरीब तबके के लोगों को खाने में दाल तक नसीब नहीं हो रही है। मध्यम वर्गीय लोग किसी तरह खाने में दाल परोस रहे हैं। उनका कहना है कि अभी कोई दाल साठ रूपए से कम नहीं बिक रहे हैं। अरहर, मसूर एवं मूंग की दाल कीमत में बेतहाशा वृद्धि के कारण सभी लोगों को नसीब नहीं हो रहा है। नया टोला निवासी जितेन्द्र कुमार का कहना है कि गरीबों को कम दाम पर अनाज तो उपलब्ध हो जाता है कि लेकिन मध्यम तबके के लोगों के लिए अनाज खरीद कर परिवार चलाना मुश्किल भरा काम हो गया है। उनका कहना है कि कोई भी तीस चालीस रूपया से कम कीमत पर बाजार में नहीं मिलता है। आटा का भी वही हाल है। नौकरी पेशा लोग जो अनाज खरीद कर भोजन चलाते हैं उन्हें और परेशानी होती है। महंगे दर खाने-पीने की वस्तुओं की खरीद के चक्कर में वे बचत नहीं कर पाते हैं। उन्हें परेशानी लगी रहती है। झंडा चौक निवासी अभिषेक कुमार का कहना है कि महंगाई के कारण आवाम की खुशहाली पर ब्रेक लग गया है। आमदनी के ज्यादा खर्च हो रहा है। कोई दूसरा काम करते हैं तो उन्हें कर्ज लेना पड़ जाता है। जो जिस हाल में है उसका विकास नहीं हो रहा है। किसी का घर बना हुआ है तो मरम्मत कराने के लिए सोचना पड़ रहा है। किसी मकान नहीं है तो बनाने के लिए हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। वैसे में इस बजट में लोगों को अपेक्षा की भवन सामग्रियों के दामों में कमी आएगी। वहीं भट्ठा बाजार निवासी अर्चना झा कहती है कि इस बजट में विलासिता संबंधी वस्तुओं की कीमतों में कमी जरूरी है। उनका मानना है कि जिस कदर देश दुनिया का तापमान बढ़ रहा है उस हिसाब से कूलर, एसी आसान कीमतों में उपलब्ध हो जाय ताकि मध्यम वर्गीय लोग भी इसका उपभोग कर सके। भट्ठा चित्रवाणी रोड निवासी वार्ड पार्षद सरिता राय का कहना है कि निजी कंपनियों में नौकरी के लिए भी महिलाओं को आरक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए। जीवन रक्षक दवा की कीमतों में भारी कमी होने की अपेक्षा इस बजट में की है। श्रीमती राय ने कहा कि इस आम बजट में सबसे जरूरी चीज है कि प्रतियोगिता परीक्षा की पुस्तकों की दामों में काफी कमी की जाय ताकि गरीब तबके छात्र भी पुस्तक खरीद कर अध्ययन कर प्रतियोगिता में बाजी मार सके। गांगुली पाड़ा निवासी नम्रता छावड़ा का कहना है कि रसोई का हर सामान सस्ते दर पर उपलब्ध हो। कास्मेटिक व श्रृंगार के सामानों के दामों में भी कमी की अपेक्षा इस आम बजट में की गई है।