Move to Jagran APP

उदयीमान सूर्य को अ‌र्घ्यदान के साथ आस्था का महापर्व छठ संपन्न

पूर्णिया, जागरण संवाददाता : छठ घाटों पर डूबने की एक-दो घटनाओं को छोड़ जिले में लोक आस्था का महापर्व छ

By Edited By: Published: Thu, 30 Oct 2014 08:08 PM (IST)Updated: Thu, 30 Oct 2014 08:08 PM (IST)
उदयीमान सूर्य को अ‌र्घ्यदान के साथ आस्था का महापर्व छठ संपन्न

पूर्णिया, जागरण संवाददाता : छठ घाटों पर डूबने की एक-दो घटनाओं को छोड़ जिले में लोक आस्था का महापर्व छठ शांति पूर्वक संपन्न हो गया। गुरूवार को उदयीमान सूर्य को अ‌र्घ्यदान के साथ इस पर्व का समापन हुआ। इस पर्व को लेकर पूरे चार दिनों तक क्षेत्र में माहौल भक्तिमय और पवित्र बना रहा। बुधवार को अस्ताचल गामी सूर्य को व्रतियों ने अ‌र्घ्य दिया था। जबकि पर्व के अंतिम दिन गुरूवार को छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ अ‌र्घ्यदान के लिए उमड़ी। इस दौरान सभी घाटों पर कड़ी सुरक्षा की गई थी।

loksabha election banner

गुरूवार को अहले सुबह से ही जिला मुख्यालय स्थित करीब दो दर्जन से अधिक छठ घाटों पर श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। घाटों पर उमड़ी भक्तों की भारी भीड़ इस पर्व के प्रति लोगों की आस्था दर्शा रही थी। भगवान भास्कर की लालिमा दिखते ही दूध व जल से अ‌र्घ्य देने का सिलसिला शुरू हो गया। अ‌र्घ्य देने के लिए महिला-पुरूष, बूढ़े, बच्चे व युवक-युवतियां उत्साहित दिखे। इधर, बुधवार की शाम से गुरूवार की सुबह तक घाट रंग बिरंगे रोशनी से जगमगाते रहे। मत्स्य पोखर, छठ पोखर ततमा टोली, पूर्णिया सिटी घाट, कला भवन पोखर, लॉ कॉलेज के समीप पोखर समेत दर्जनों तलाबों व जलाशयों की साज-सज्जा देखने लायक थी। घर-घर बज रहे छठी मैया के गीत माहौल को और भक्तिमय बना रहे थे। चूनापुर बलधिम्मा घाट समेत कई घाटों के किनारे छठी मैया की प्रतिमा स्थापित की गई थी। वहीं बड़ी संख्या में लोगों ने अपने-अपने घरों में भी गढ्डों में जल जमा कर भगवान सूर्य को अ‌र्घ्य दिया। घाट पर ही लोगों ने व्रतियों से प्रसाद मांग कर इसे ग्रहण किया। कई स्थलों पर छठ मइया एवं सूर्य भगवान की प्रतिमा भी बनाई गई थी। चूनापुर बलधिम्मा घाट एवं पक्की तालाब स्थित छठ घाट पर बनाई गई प्रतिमा लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी। चूनापुर एवं कई अन्य स्थलों पर जागरण कार्यक्रम तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। गुरूवार को उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य के बाद विधिवत छठ मैया की प्रतिमा भी विसर्जित की गई। पूजा का असर बाजारों व सड़कों पर भी देखने को मिला। अ‌र्घ्यदान के बाद अधिकांश लोग घर में ही प्रसाद खाने व इसके वितरण में लगे रहे। इस कारण सड़कों पर भीड़ नहीं के बराबर थी। हालांकि इस बार छठ पर्व के दौरान पर्व शुरू होने से पहले एवं अंतिम दिन दो-दो बालक की डूबने से मौत हो गई जिस कारण बनमनखी एवं धमदाहा के मीरगंज थाना क्षेत्र में मायूसी छाई रही। इसके अलावा जिले में पर्व शंातिपूर्वक संपन्न हो गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.