भूमिहीन विद्यालयों की जानकारी विभाग को नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण
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कैप्शन=- शिक्षा विभाग की बैठक में उपस्थित डीएम, डीडीसी व अन्य पदाधिकारी।
-एमडीएम की शिकायत पर एमडीएम प्रभारी, विद्यालय के प्रधानाध्यापक समेत इससे जुड़े सभी कर्मियों के विरुद्ध होगी कठोर कार्रवाई
पूर्णिया, जासं : जिले में शिक्षा विभाग की प्रगति संतोषजनक नहीं है। राज्य परियोजना निदेशक ने शैक्षणिक एवं असैनिक कार्य की खराब प्रगति पर चिंता व्यक्त की है। यह बातें समाहरणालय सभा कक्ष में जिला में शिक्षा विभाग की प्रगति की समीक्षा कर रहे जिला अधिकारी राजेश कुमार ने कही। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला से राज्य मुख्यालय को ससमय प्रतिवेदन नही भेजा गया है। जिले में कितने विद्यालय भूमिहीन हैं लेकिन जिला शिक्षा कार्यालय के पास भूमिहीन विद्यालयों की अद्यतन स्थिति की जानकारी नहीं है। जिलाधिकारी ने इसे अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया और दो दिनों के अंदर भूमिहीन विद्यालयों का प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया। उन्होने जिला शिक्षा पदाधिकारी को सभी विद्यालयों में छात्र छात्राओं की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने का निदेश दिया। डीएम श्री कुमार ने कहा कि ऐसी शिकायतें मिल रही है कि विद्यालयों में एमडीएम खाना खाने वाले छात्रों की गलत उपस्थिति दिखाई जा रही है। मुख्यमंत्री बालक-बालिका साइकिल योजना का लाभ लेने के लिये 75 प्रतिषत उपस्थिति आवश्यक है। जिलाधिकारी ने महादलित छात्र छात्राओं की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने का निदेश दिया। असैनिक कार्य प्रगति की समीक्षा में पाया गया कि एई-जेई योजनाओं की स्थलीय जाच नहीं कर टेबुल रिपोर्ट बनाते हैं। जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के एई एवं सभी जेई को सभी योजनाओं का स्थलीय जांच करने एवं फोटोग्राफ के साथ नियमित प्रतिवेदन देने हेतु निदेशित किया। पूर्णिया पूर्व प्रखंड के विद्यालय में एमडीएम भोजन में कीड़ा पाये जाने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एमडीएम प्रभारी को सुनिश्चित कराने को कहा गया कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृति नहीं हो। जिला अधिकारी ने कहा कि आगे से इस तरह की कोई घटना आने पर एमडीएम प्रभारी, विद्यालय के प्रधानाध्यापक समेत इससे जुड़े सभी कर्मियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी। बैठक में डीईओ, सभी डीपीओ, सभी बीडीओ, बीईईओ आदि उपस्थित थे।