हिंदी संपर्क की भाषा है : आलोक
पूर्णिया, जागरण संवाददाता : हिंदी बाजार की भाषा है हिंदी संपर्क की भाषा। हिंदी दिवस की पूर्व संध्या पर नगर निकाय पेंशन परिवार कार्यालय में बुजुर्ग समाज द्वारा आयोजित 'लिट्टी चोखा का स्वाद के साथ चाय की चुस्की लीजिए और हिंदी कविताएं सुनाइए, सुनिये' को संबोधित करते हुए उपर्युक्त बातें बुजुर्ग समाज के अध्यक्ष भोला नाथ आलोक ने कही।
श्री आलोक ने कहा कि हिंदी बहुत ही समृद्ध भाषा है। यह विश्व की तीसरी सबसे बड़ी भाषा है। अमेरिका जैसे देश के राष्ट्रपति ने अपने देश के लोगों को हिंदी भाषा सीखने का सलाह दिया है। यह अलग बात है कि सरकार ने हिंदी को वह स्थान नहीं दिया है जिसके लायक यह भाषा है। आज भी अंग्रेजी हिंदी की पीठ पर लदी हुई है। हिंदी दिवस का आयोजन राष्ट्रभाषा को उचित स्थान पर रखने का संकल्प लेने का दिन है। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. नीलांबर सिंह ने की, मुख्य अतिथि चंद्रकिशोर जायसवाल और डा. अहमद हसन दानिश की विशिष्ट अतिथि थे। इस मौके श्यामलाल पासवान, सुवंश ठाकुर अकेला, अनंत लाल यादव, शिवशंकर सिंह, शिवनारायण शर्मा व्यथित, गोपाल चंद्र घोष मंगलम, डा. रामनरेश भक्त, बालकृष्ण ठाकुर, प्रो. अमरेंद्र ठाकुर, उत्तम प्रसाद केशरी, बेचनानंद मंडल आदि कविगण उपस्थित थे।