जमीन अधिग्रहण का भू-मालिकों ने किया विरोध
-जीरो माईल गुलाबबाग के पास 37 एकड़ में बनना है एसएसबी का सेक्टर हेड क्वार्टर
-जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को आवेदन सौंप अधिग्रहण को बताया गैर कानूनी
-भू-मालिकों ने बैठक कर लिया आंदोलन का निर्णय
-भू-मालिकों का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता कुमार आदित्य
-कोर्ट की शरण ले सकते हैं जमीन मालिक
पूर्णिया, जासं : जीरो माईल गुलाबबाग के समीप जिस 37 एकड़ जमीन पर एसएसबी का सेक्टर हेड क्वार्टर बनाना है उसके अधिग्रहण पर भू मालिकों ने विरोध किया है। चिह्नित जमीन के एक दर्जन से अधिक छोटे किसानों ने इसे गैर कानूनी करार दिया है। साथ ही बुधवार को ग्रामीणों के साथ बैठकर जबरन अधिग्रहण किए जाने पर आंदोलन का भी निर्णय लिया है। साथ ही इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई भी लड़ने का फैसला किया है।
जीरो माईल गुलाबबाग के समीप एसएसबी का सेक्टर हेड क्वार्टर का निर्माण होना है। इसके लिए एनएच 57 के समीप सिकंदरपुर मौजा अंतर्गत 37 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। उक्त जमीन के करीब दो दर्जन से अधिक भू-स्वामियों को गजट के माध्यम से सितंबर 13 में सूचित किया गया था लेकिन छोटे भू-स्वामियों को इस संबंध में तब जानकारी मिली जब हाल के दिनों में उक्त सभी जमीन मालिकों को भू-अर्जन कार्यालय से नोटिस जारी किया गया। भू-मालिकों ने भू-अर्जन पदाधिकारी को आवेदन सौंपकर कहा है कि यह कांग्रेस शासन काल में बनाए गए भू-अधिग्रहण कानून का उल्लंघन है। उन लोगों का कहना है कि ये लोग छोटे किसान हैं। उक्त चिह्नित भूमि के सहारे ही उनके परिवार का भरण-पोषण होता है। यदि उनकी जमीन का अधिग्रहण किया जाता है तो वे लोग बेघर और बेरोजगार हो जाएंगे। इसलिए वे लोग अपनी जमीन अधिग्रहण नहीं होने देंगे। बुधवार को भू-स्वामियों ने बैठक कर जबरन अधिग्रहण किए जाने पर आंदोलन का निर्णय लिया है। साथ ही कानूनी लड़ाई लड़ने का भी निर्णय लिया है। इधर भू-स्वामियों का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस के जिला समन्वयक कुमार आदित्य ने कहा है कि उक्त जमीन में छोटे-छोटे किसानों को रोजी-रोटी चलती है। जबकि जिले में पर्याप्त मात्रा में सरकारी जमीन उपलब्ध है तो फिर खेती योग्य भूमि को अधिग्रहण किए जाने का कोई औचित्य नहीं बनता है। उन्होंने कहा कि सरकारी जमीन पर एसएसबी का हेड क्वार्टर बनाया जाए। किसानों की जमीन अधिग्रहण किए जाने पर उसका विरोध किया जाएगा। बैठक में मो. असफाक, जैनुद्दीन, मो. कासिम, मो. बद्रीउज्जमा सहित दर्जनों किसान उपस्थित थे।