विकास कार्यो की धीमी रफ्तार पर वार्ड आयुक्तों ने जताई चिंता
पूर्णिया, जागरण संवाददाता : करीब आधा दर्जन वार्ड आयुक्तों ने निगम में विकास की गति काफी धीमी होने पर चिंता जताई है तथा कहा है कि नगर निगम में भ्रष्टाचार ,प्रशासनिक विसंगतियों के साथ वित्तीय अनियमितता का खुला बोल बाला है। इसी वजह से मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था लेकिन तकनीकी कारणों से वह सफल नहीं हो पाया। वार्ड पार्षद शबनम निशा, सरिता राय, संध्या दास, निर्जला देवी ,रमेश पासवान, आशीष पोद्दार एवं पवनरेखा कुमारी आदि ने रविवार को सामुदायिक भवन भट्ठा बाजार में प्रेस वार्ता को संबोधित करते कहा कि सकारात्मक कार्य में हम सभी पार्षद साथ हैं परन्तु नगर निगम में भ्रष्टाचार का वे लोग विरोध करते रहेंगे। नगर निगम में सफाई, ग्रेडेशन लिस्ट में हेरा फेरी, ट्रेड लाईसेंस के क्रियान्वयन में मनमानी, नगर निधि से प्राप्त करोड़ों की राशि से उपकरण व मशीन की खरीदारी में व्यापक धांधली, सैरातों की बंदोबस्ती, विद्युत उपकरणों की खरीदारी, आईएचएसडीपी एवं आरएवाई योजनान्तर्गत गृह निर्माण में धांधली बरती जा रही है। अविश्वास प्रस्ताव भी इन्हीं वजहों से लाया गया था। लेकिन सदन में इस विषय पर मेयर द्वारा कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गयी। वार्ड पार्षदों ने कहा कि निगम में विकास की गति काफी मंद है। वर्ष 2011-12 के बीआरजीएफ मद की राशि का व्यय 2013-14 में खर्च हो रहा है। 2005 से ही जल निकासी के लिए पीएचईडी के पास राशि है लेकिन इसके नौ वर्ष बाद भी क्रियान्वयन नही हुआ है। मुक्तिधाम कप्तानपाड़ा के लिए हाई मास्क लाईट, जलापूर्ति के प्रस्ताव लेने के बाद भी आज तक आपूर्ति नही हुई है। निगम की बैठक ससमय नहीं बुलाई जाती। पार्षद शबनम निशा ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए कहा कि पार्षदों को गुमराह किया गया है। पार्षदों ने संयुक्त रुप से कहा कि स्वच्छ विकास, पारदर्शिता युक्त कार्यो में मेयर को सहयोग करेंगे लेकिन निगम में हो रहे गलत कार्यो का नई ऊर्जा के साथ विरोध करने को भी तैयार रहेंगे।