नीतीश से बात होगी तो सबकुछ सुलझ जाएगा: लालू
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद विधानसभा चुनाव में जदयू से तालमेल को लेकर आशान्वित हैं। उनके मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुद फोन करेंगे। उनसे बैठकर बात होगी तो सबकुछ सुलझ जाएगा।
पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद विधानसभा चुनाव में जदयू से तालमेल को लेकर आशान्वित हैं। उनके मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुद फोन करेंगे। उनसे बैठकर बात होगी तो सबकुछ सुलझ जाएगा। हमारी कोशिश होगी कि पट जाए नहीं तो अपना रास्ता देखा जाएगा।
लालू ने तालमेल के मुद्दे पर सोमवार को संवाददाताओं से बात की। उन्होंने कहा कि तालमेल में अब विलंब ठीक नहीं है। तालमेल को लेकर कांग्रेस, एनसीपी व वामदलों सहित जिन दलों से भी बात करनी है, उनसे होनी चाहिए। तय होना चाहिए कि किस क्षेत्र से कौन लड़ेगा।
दबाव तो पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का मुझपर भी है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार से समर्थन वापस लें। मैं ऐसा नहीं कर सकता हूं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव को वार्ता के लिए भेजा था। उनसे बातें हुई हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से बात की होगी। इतना ही कह सकता हूं कि मैं आशन्वित हूं व चीजों को लेकर साकारात्मक हूं।
लालू ने कहा कि रविवार को मुख्यमंत्री से कोई वार्ता निर्धारित नहीं थी। शरद यादव से ही बात होनी थी। दिल्ली में ही नीतीश कुमार से अलग बात हुई थी। उन्होंने ही वार्ता के लिए शरद यादव को भेजने की बात की थी। उनकी पार्टी अनुशासन का पालन करती है। यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। इस नाते ही वार्ता में आए थे। लालू ने कहा कि शरद यादव ने मुझसे पूछा था कि गठबंधन किस प्रकार किया जाए। इसपर मैंने कहा कि कांग्रेस, एनसीपी व वाम दलों से तालमेल पर तेजी से काम होना चाहिए।
गठबंधन पर वार्ता के लिए कमेटी गठित करने पर भी बात हुई। लालू ने कहा कि कोई थिंक टैंक दोनों तरफ की हो जो आपस में बैठकर मंथन करे। प्रत्येक सीट पर विचार होना चाहिए। हमलोगों के बीच कोई मतभेद नहीं है। एकमात्र लक्ष्य चुनाव में भाजपा को पटखनिया देना है। विलंब का नतीजा है कि हमलोग बैठे हैं व भाजपा के लोग अपनी उपलब्धियां गिना रहें हैं। इसमें कोई दम नहीं रहने के कारण जनता नोटिस नहीं ले रही है। उन्होंने रघुवंश बाबू के बयान पर कहा कि बोलना उनके स्वभाव में है। वे पार्टी के निर्णय के साथ हैं।