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कब-कब दुनिया में जुड़े हाथों-से-हाथ और बनी रिकॉर्ड मानव श्रृंखला, जानिए

बिहार विश्व रिकॉर्ड रचकर आज का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज करा लिया। आज से पहले भी कई देेशों में लोगों ने हाथों-में-हाथ जोड़कर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। कब-कब बना रिकॉर्ड, जानिए

By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 21 Jan 2017 04:24 PM (IST)Updated: Sun, 22 Jan 2017 08:17 PM (IST)
कब-कब दुनिया में जुड़े हाथों-से-हाथ और बनी रिकॉर्ड मानव श्रृंखला, जानिए
कब-कब दुनिया में जुड़े हाथों-से-हाथ और बनी रिकॉर्ड मानव श्रृंखला, जानिए

पटना [जेएनएन]। शनिवार 21जनवरी 2017 इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया, इस दिन को लोग याद रखेंगे कि इसी दिन बिहार ने बच्चों और आने वाली पीढ़ियों में शराब के प्रति नफरत पैदा करने के लिए विश्व की सबसे लंबी मानव श्रृंखला बनाकर इतिहास रच दिया।

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बिहार के करीब ढाई करोड़ लोगों ने 11,292 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला में शामिल होकर नशा के खिलाफ अपने मजबूत इरादे जता दिए हैं। नशे के खिलाफ लोगों का मजबूत इरादा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हो गया है। ऐसे में हम आपको उन 10 मौकों के बारे में बता रहे हैं जब लोगों ने मानव श्रृंखला बनाकर अपने जज्बे की मिसाल पेश की है।

1. दिसंबर 11, 2004: बिहार से पहले सबसे बड़ी मानव श्रृंखला बांग्लादेश में तेनकान से लेकर तेंतुलिया तक बनी थी। अवामी लीग ने तत्कालीन सरकार को बर्खास्त कर फिर से चुनाव कराने के लिए 1050 किमी लंबी मानव श्रृंखला बनाई थी। इसमें 14 विपक्षी दल के नेताओं सहित छह करोड़ 52 लाख लोगों ने हिस्सा लिया था।

2. अक्टूबर 2, 2009: केरल के सीपीएम पार्टी की अगुवाई में 40 लाख लोगों ने मिल कर मानव श्रृंखला बनाई थी। यह एशियन (ASEAN) और आफ्टा (AIFTA) के बीच हुए समझौते के बनी मानव श्रृंखला थी।

गांधी मैदान में मानव श्रृंखला का एेसा रहा स्वरूप, इसे पूरी दुनिया ने देखा

3. दिसंबर 29, 2016: केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एडीएफ) ने गुरुवार को नोटबंदी के खिलाफ 700 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई थीष। केंद्र सरकार के नोटबंदी के विरोध में यह मानव श्रृंखला यहां के राजभवन से कासरगोड तक बनाई गई थी। इस आयोजन में 10 लाख लोगों ने भाग लिया और करीब इतने ही लोग इस पहली मानव श्रृंखला में शामिल हुए थे।

4. अक्टूबर एक, 2015: संविधान संशोधन के लिए मधेशी आंदोलनकारियों ने मेची से महाकाली तक 1200 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाकर आवाज बुलंद की।

5. 1983: इंग्लैंड के बर्कशायर में 80 हजार लोगों ने मानव श्र्ंखला बनाई थी। उस वक्त अमेरिका पश्चिम जर्मनी में परमाणु मिसाइलों से हमला करने की तैयारी में था। इसी के विरोध में इंग्लैंड में मानव श्रृंखला बनाई गई थी।

6. मई 25, 1986: अमेरिका में 50 लाख लोगों ने मानव श्रृंखला बनाई थी। ये लोग युद्ध पीड़ितों के लिए चंदा इक्ट्ठा करने के लिए एकत्र हुए थे।

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7. अगस्त 23, 1989: एस्तोनिया, लात्विया और लिथुआनिया की पूर्ण आजादी के लिए बाल्टिक राज्य के लोगों ने मानव श्रृंखला बनाई थी। इसमें 20 लाख लोग शामिल हुए थे।

8. जनवरी 21, 1990: यूक्रेन में पूर्ण गणतंत्र के लिए मानव श्रृंखला बनाई गई थी. इसमें करीब 30 लाख लोग जुटे थे।

9. 1997: 12वें युवा दिवस के मौके पर फ्रांस की राजधानी पेरिस में 36 किलोमीटर मानव श्रृंखला बनाई गई थी।ये लोग दुनिया में शांति का संदेश देने के लिए जुटे थे।

10. 16 मई 1998: इंग्लैंड के बर्मिंघम में जुबली 2000 के नाम से मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया। इसमें एक लाख लोगों ने हिस्सा लिया था। ये लोग जी8 समिट में गरीब देशों पर लोगों का ध्यान खींचने के लिए जुटे थे।


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